विपक्षी पार्टियों ने इमरान खान को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई है.
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नई दिल्ली/इस्लामाबाद: जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने से बौखलाए पाकिस्तान ने मंगलवार को इस मसले पर चर्चा के लिए संसद के दोनों सदनों की आपात बैठक बुलाई थी, लेकिन पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री इमरान खान ही इस बैठक में नहीं पहुंचे पाए. सदन में मौजूद सदस्यों ने जमकर हंगामा मचा दिया. अब विपक्ष के नेताओं ने स्पीकर को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने इमरान खान को सदन में हाजिर करवाने की अपील की है.
विपक्षी पार्टियों ने इमरान खान को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने एक ट्वीट में कहा, "अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता की बात करके इमरान खान को मूर्ख बनाया और यह अनुमान नहीं लगा पाए कि भारत क्या योजना बना रहा है."
उधर, इमरान खान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी ने गीदड़भभकी दी है. उन्होंने कहा, "संसद में बेकार के विषयों पर उलझने के बजाय हमें भारत का जवाब खून, आंसू और पसीने से देना होगा. हमें जंग के लिए तैयार रहना होगा."
Modi Govt is trying to make Kashmir another Palestine by changing the population demography and bringing settlers into Kashmir, Parliamentarians must stop fighting on trivial issues lets respond India by blood, tears, toil and sweat, we must be ready to fight if war is imposed
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) August 6, 2019
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा को अब पीओके की चिंता सताने लगी है. सोमवार को भारत ने जैसे ही कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया तो पाक सेना प्रमुख ने तुंरत कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए कमांडरों की मीटिंग कॉल कर दी. उन्होंने कॉर्प्स कमांडरों के साथ मंगलवार को लंबी बैठक की. जियो न्यूज के अनुसार, कॉर्प्स कमांडरों की बैठक का एजेंडा जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के भारत के कदम और नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात तथा कश्मीर में उसके असर का विश्लेषण करना था.