पाकिस्तानी सेना ने पंजाब प्रांत के मतदान केंद्रों में पत्रकारों को जाने से रोका
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पाकिस्तानी सेना ने पंजाब प्रांत के मतदान केंद्रों में पत्रकारों को जाने से रोका

पंजाब में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल - एन और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है.

पंजाब पाकिस्तान में राजनीतिक तौर पर सबसे अहम माना जाने वाला प्रांत है.(फाइल फोटो)

लाहौर: पाकिस्तानी सेना के जवानों ने बुधवार (25 जुलाई) को दोपहर तीन बजे के बाद लाहौर और पंजाब प्रांत के कुछ अन्य हिस्सों के मतदान केंद्रों में मीडियाकर्मियों को दाखिल होने की इजाजत नहीं दी. पंजाब में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल - एन और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है.  पंजाब पाकिस्तान में राजनीतिक तौर पर सबसे अहम माना जाने वाला प्रांत है. चौंकाने वाला कदम उठाते हुए मतदान केंद्रों में तैनात सैनिकों ने पत्रकारों को वहां जाने से रोक दिया , जबकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इन पत्रकारों को मान्यता प्रदान करने वाला कार्ड जारी कर रखा था.

शरीफ परिवार के पारंपरिक चुनाव क्षेत्र (एनए -125) मोहिनी रोड लाहौर में तैनात सैनिकों ने कहा , ‘‘ हमें ऊपर से आदेश मिले हैं कि मीडियाकर्मियों को मतदान केंद्रों में जाने की इजाजत नहीं दी जाए.  ’’ सैनिकों ने अन्य चुनाव क्षेत्रों में भी स्थानीय और विदेशी पत्रकारों को मतदान केंद्रों में जाने से रोक दिया. इसी तरह , लाहौर कैंटोनमेंट के मतदान केंद्रों में भी पत्रकारों को जाने की अनुमति नहीं दी गई.

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लाहौर में प्रवेश बिंदु पर तैनात एक सैन्य अधिकारी ने कहा , ‘‘ सेना की मीडिया इकाई इंटर - सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के अनुमति - पत्र के बगैर मीडियाकर्मियों को कैंट इलाके में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा सकती.  ’’पीएमएल - एन ने सेना की ओर से पत्रकारों को मतदान केंद्रों में जाने से रोकने पर सवाल उठाए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भतीजे हमजा शाहबाज ने मांग की , ‘‘ हमें वजह बताई जानी चाहिए कि मीडिया को लाहौर में मतदान केंद्रों में जाने से क्यों रोका गया. ’’ 

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