लाहौर उच्च न्यायालय ने पाकिस्तान के नेता प्रतिपक्ष और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ की जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ कोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया गया.
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इस्लामाबादः पाकिस्तान की राजनीति में पहले से ही काफी उठापटक जारी है. पिछले दिनों इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए थे. ताजा घटनाक्रम में पाकिस्तान के प्रतिपक्ष और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को गिरफ्तार किए जाने की खबर है. सोमवार (28 सितंबर) को नवाज शरीफ के छोटे भाई को धनशोधन (money laundering) मामले में गिरफ्तार किया गया है.
लाहौर उच्च न्यायालय ने पाकिस्तान के नेता प्रतिपक्ष और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ की जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ कोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया गया. शहबाज को 42 मिलियन डॉलर की रकम के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरेस्ट किया गया है. उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कार्यकर्ता एकत्र थे.
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शहबाज को भ्रष्टाचार रोधी इकाई राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अधिकारी लाहौर हिरासत केंद्र ले गए. बताया जा रहा है जल्द ही उन्हें सुनवाई के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा. लाहौर हाई कोर्ट ने एनएबी की टीम और शहबाज के वकीलों की दलील सुनने के बाद जमानत याचिका खारिज कर दी थी. बता दें कि इमरान खान सरकार ने पिछले सप्ताह 69 साल शहबाज और उनके परिवार के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज कराया था.
शहबाज ने अपनी गिरफ्तारी से पहले मीडिया से सफाई में कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान उन्हें गिरफ्तार कराना चाहते थे. उन्होंने कहा, 'यह इमरान खान और एनएबी का अपवित्र गठबंधन है, जो मुझे सलाखों के पीछे भेजना चाहता है.'
शहबाज शरीफ 2008 से 2018 तक पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री थे. उनकी गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरयम नवाज ने कहा कि शहबाज को केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उन्होंने अपने बड़े भाई को नहीं छोड़ा.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार राजनीतिक उत्पीड़न कर रही है. पीडीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी शहबाज की गिरफ्तारी की निंदा की.