Pakistan News: हाल ही में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज एयरबेस से पाकिस्तान को ये संदेश दिया है कि 9 और 10 मई को जो हुआ, वो सिर्फ एक ट्रेलर था, पिक्चर अभी बाकी है. इन सबके बीच, पाकिस्तान में सेना और सरकार से भी ताकतवर माने जाने वाले आतंकी संगठन गजवा-ए-हिंद का ऐलान कर रहे हैं.
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India Pakistan Ceasefire Live Updates: भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में इस वक्त 18 मई को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. लोग ये पूछ रहे हैं कि क्या 18 मई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर टूट जाएगा. ऐसी चर्चा और कयासों की सबसे बड़ी वजह है पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इस्हाक डार का संसद में किया गया वो दावा. जिसमें डार ने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर 18 मई तक ही है. तो क्या, 18 मई के बाद सीजफायर खत्म माना जाए और क्या उसके बाद वॉर की असली पिक्चर दिखाई देगी?
सीजफायर वर्सेज गजवा-ए-हिंद
हाल ही में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज एयरबेस से पाकिस्तान को ये संदेश दिया है कि 9 और 10 मई को जो हुआ, वो सिर्फ एक ट्रेलर था, पिक्चर अभी बाकी है. इन सबके बीच, पाकिस्तान में सेना और सरकार से भी ताकतवर माने जाने वाले आतंकी संगठन गजवा-ए-हिंद का ऐलान कर रहे हैं. पहले आप सीजफायर तोड़ने के संकेत देने वाले बयान सुनिए, उसके बाद हम सीजफायर वर्सेज गजवा-ए-हिंद का DNA टेस्ट करेंगे और आपको बताएंगे कि आखिर क्यों, शहबाज सरकार के मन में सीजफायर तोड़ने का ख्याल आ रहा है.
कट्टरपंथी सीजफायर तोड़ने के लिए शहबाज पर प्रेशर बना रहे?
हमने आपको डीएनए में ही ऑपरेशन सिंदूर के बाद शहबाज शरीफ के मंत्री की लश्कर ए तैयबा के आतंकी से मुलाकात की खबर पढ़ाई और दिखाई थी. तो क्या इसी मुलाकात में आतंकियों ने पाकिस्तान की सरकार को सीज़फायर खत्म करने का निर्देश दिया है. क्या इसी वजह से पाकिस्तान की सरकार सीज़फायर ख़त्म करने की बात करने लगी है.
क्या शहबाज सरकार पर उसके बिग बॉस यानी आतंक के आकाओं का दबाव है. क्या गजवा-ए-हिंद की सोच रखने वाले कट्टरपंथी सीजफायर तोड़ने के लिए शहबाज शरीफ पर प्रेशर बना रहे हैं?
पाकिस्तान की सरकार आतंकवादियों के दबाव में है, ये तो सच है. और इस दबाव के चार सबूत भी आपको देखने चाहिए जो पाकिस्तान से ही सामने आए हैं. हो सकता है आपमें से ज्यादातर लोगों ने ये सबूत देखे हों. लेकिन इन सबूतों को आज आप सीजफायर पर मंडराते खतरे से जोड़कर देखिए.
- पहला सबूत- पाकिस्तान के बड़े अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के जनाज़े में शामिल हुए.
- दूसरा सबूत- शहबाज़ शरीफ सरकारी खर्च पर आतंकवादियों के ध्वस्त किए गए टेरर हेडक्वार्टर बनवा रहे हैं.
- तीसरा सबूत- शहबाज़ शरीफ ने मारे गए आतंकियों के परिजनों को मुआवज़ा देने का एलान किया है. जिसमें आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अज़हर को 14 करोड़ का मुआवज़ा दिया जा रहा है.
- चौथा सबूत- भारत से सुरक्षित रखने के लिए पाकिस्तान की सेना ने हाफिज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे बड़े आतंकियों को अंडरग्राउंड कर दिया.
गज़वा ए हिंद का मतलब
ये वो आतंकी हैं जो भारत के खिलाफ गज़वा ए हिंद का सपना देख रहे हैं और पाकिस्तान की सरकार इनका हथियार की तरह इस्तेमाल करती है. आपको यहां पर गज़वा ए हिंद का मतलब भी समझना चाहिए. गजवा-ए-हिंद में गजवा का अर्थ है- इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग. आसान भाषा में समझें तो गजवा-ए-हिंद का मतलब जंग में भारत को जीतकर इसका इस्लामीकरण करने से है. भारत के खिलाफ गज़वा ए हिंद का सपना देख रहे आतंकवादी इस वक्त बौखलाए हुए हैं. क्योंकि भारत से जंग जीतने की बात करने वाले आतंकियों को भारतीय सेना ने इनकी कल्पना से परे वाला दंड दिया है.
- भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंक के 9 बड़े अड्डों को सिर्फ 23 मिनट में तबाह कर दिया.
- भारतीय सेना के हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए.
- जिसमें 5 बड़े आतंकी कमांडर शामिल थे.
- इस हमले में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अज़हर के परिवार के 11 सदस्य भी मारे गए. इनमें भी कई खूंखार आतंकी शामिल थे.
माना जा रहा है इस नुकसान से बौखलाए आतंकी पाकिस्तान की सरकार पर सीजफायर खत्म करने का दबाव बना रहे हैं. क्योंकि सीज़फायर इनके गजवा ए हिंद के प्लान को सूट नहीं करता.
पाकिस्तान के लिए सीजफायर तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है. पहले भारत के सामने सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाना और उसके बाद सीजफायर तोड़ना पाकिस्तान के DNA में है. आज आपको पाकिस्तान की तरफ से हुए सीजफायर उल्लंघन और भारत में आतंकी घटनाओँ के कनेक्शन को भी समझना चाहिए. पहलगाम हमले से पहले भारत और पकिस्तान के बीच बॉर्डर पर कई साल से शांति थी. लेकिन 2015 से 2018 तक सीजफायर उल्लंघन जितना बढ़ा, आतंकियों की घुसपैठ और आतंकी घटनाओं में उतनी ही तेजी आई.
आंकड़ों में चौकाने वाला खुलासा
2015 में पाकिस्तान की तरफ से 405 बार सीज़फायर उल्लंघन हुआ. 33 बार आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब रहे और जम्मू कश्मीर में 208 आतंकी घटनाएं हुईं.
2016 में सीज़फायर उल्लंघन की 449 घटनाएं हुईं. 119 बार आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब रहे और आतंकी घटनाएं बढ़कर 322 हो गईं.
2017 में सीज़फायर उल्लंघन की घटनाएं बढ़कर 860 हो गईं तो घुसपैठ की संख्या भी बढ़कर 136 तक पहुंच गई और घाटी में 342 आतंकी घटनाएं हुईं.
2018 में रिकॉर्ड 2 हजार 140 बार सीज़फायर उल्लंघन हुआ. घुसपैठ की 143 घटनाएं हुईं. और आतंकी घटनाओं की संख्या भी बढ़कर 614 तक पहंच गई.
उतर जाएगा भूत
ये आंकड़े बताते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर इन आतंकवादियों को सूट नहीं करता. इनके गजवा ए हिंद के प्लान को भी सूट नहीं करता. लेकिन आज इन आतंकवादियों को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक बयान बहुत ध्यान से सुनना चाहिए. इसके बाद इनके सिर से गजवा ए हिंद का भूत उतर जाएगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम, हमारे आराध्य श्रीराम के उस मार्ग का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें वह आसुरी शक्तियों के विनाश का प्रण लेते हैंI निसिचर हीन करउँ महि, भुज उठाइ पन कीन्ह. अर्थात जिस प्रकार भगवान राम ने, अपनी भुजाओं को उठाकर, धरती को राक्षस विहीन करने का प्रण लिया था. ठीक उसी प्रकार, प्रभु श्री राम के आदर्शों का पालन करते हुए, हमने भी आतंकवाद को, जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है.'
आज आपको समझना चाहिए कैसे पाकिस्तान के अहंकार का अंत और उसकी गजवा ए हिंद वाली सोच का अंत रावण के अंत की तरह होगा. पाकिस्तान इस वक्त वही गलतियां कर रहा है, जैसी रावण ने की थी.
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— Zee News (@ZeeNews) May 16, 2025
रावण ने माता सीता का अपहरण किया और श्रीराम से युद्ध किया. पाकिस्तान आतंकवादियों का साथ दे रहा है और भारत से युद्ध कर रहा है.
रावण को उसके भाई विभीषण, उसकी पत्नी मंदोदरी और यहां तक कि श्रीराम के दूत हनुमान ने समझाया था. सीता को वापस करके धर्म के मार्ग पर लौट आए. पाकिस्तान को भी सारी दुनिया आतंकवाद का रास्ता छोड़ने की सीख दे रही है. भारत भी पाकिस्तान को कई बार चेतावनी दे चुका है.
रावण खुद भी जानता था उसके कार्य अनैतिक हैं, धर्म के विरुद्ध हैं, लेकिन अपने अहंकार और ताकत की वजह से वो राक्षसी प्रवृति को पालता रहा. और आखिर में अपने कुल का विनाश करवा बैठा. पाकिस्तान के कई नेता आतंकी पॉलिसी को गलती बता चुके हैं. लेकिन पाकिस्तान अपनी परमाणु ताकत के घमंड में आतंकी संगठनों को पाल पोस रहा है. रावण को उसकी नाभि में छिपा अमृत नहीं बचा पाया था और पाकिस्तान को उसका परमाणु बम नहीं बचा पाएगा.
आतंक की राह छोड़ दे पाकिस्तान तो शायद....
पाकिस्तान के पास अभी भी वक्त है. वो आतंक की राह छोड़ दे. गजवा ए हिंद का सपना देखना बंद कर दे तो हो सकता है कि उसका अस्तित्व बच जाए, नहीं तो इस बार भारतीय सेना ने सिर्फ ट्रेलर दिखाया, पूरी पिक्चर अभी बाकी है.