अमेरिकी उपराष्ट्रपति पेन्स का 'देश में स्वागत नहीं'- फलस्तीनी अधिकारी
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अमेरिकी उपराष्ट्रपति पेन्स का 'देश में स्वागत नहीं'- फलस्तीनी अधिकारी

फलस्तीनी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दिसंबर के अंत में होने वाली क्षेत्रीय यात्रा के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेन्स का फलस्तीन में स्वागत नहीं है.

व्हाइट हाउस के एक सहायक ने कहा कि पेन्स निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, अब भी अब्बास से मिलने की योजना बना रहे हैं .(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: फलस्तीनी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दिसंबर के अंत में होने वाली क्षेत्रीय यात्रा के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेन्स का फलस्तीन में स्वागत नहीं है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यरूशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने और वहां अमेरिका का दूतावास खोलने की घोषणा किये जाने के बाद फलस्तीन ने यह बात कही है. इजराइल और फलस्तीन दोनों ही यरूशलम पर अपना दावा करते हैं. फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास फतेह की सरकर के वरिष्ठ अधिकारी जिब्रील राजोउब ने कहा, ‘‘अमेरिकी उपराष्ट्रपति का फलस्तीन में स्वागत नहीं है. ’’उन्होंने यह संकेत भी दिया कि पेन्स की इस महीने के अंत में होने वाली क्षेत्रीय यात्रा के दौरान अब्बास उनसे मुलाकात नहीं करेंगे.

  1. इजराइल और फलस्तीन दोनों ही यरूशलम पर अपना दावा करते हैं.
  2. फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास फतेह अमेरिका का विरोध कर रहे हैं
  3. विरोध के चलते फलस्तीन सरकार उपराष्ट्रपति माइक पेन्स का स्वागत नहीं करेंगे

 पाकिस्तान ने यरुशलम मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की

जिब्रील ने कहा कि यरूशलम के संबंध में उनके बयानों के कारण ‘‘राष्ट्रपति अब्बास उनसे मुलाकात नहीं करेंगे. ’’बहरहाल, अब्बास ने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है, और उनके कार्यालय से भी तत्काल संपर्क नहीं हो सका है. इस संबंध में वाशिंगटन में व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि यरूशलम पर अमेरिकी नीति में बदलाव के बाद पेन्स के साथ अब्बास की बातचीत रद्द करना सही नहीं होगा.

वाशिंगटन की एक खबर में यह कहा गया है. इस खबर के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक सहायक ने कहा कि पेन्स निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, अब भी अब्बास से मिलने की योजना बना रहे हैं और उनका मानना है कि बैठक रद्द करना उनके लिए ठीक नहीं होगा. पेन्स को दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मिस्र और इस्राइल जाना है.  यरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के ट्रंप के फैसले को देखते हुए पेन्स की यह यात्रा बहुत महत्व रखती है. 

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