पनामा पेपर्स: नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप तय, बेटी मरियम और दामाद भी फंसे
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पनामा पेपर्स: नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप तय, बेटी मरियम और दामाद भी फंसे

अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी बेटी और दामाद की कार्यवाही स्थगित करने और उन पर चल रहे मामले में अभियोग तय करने पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज करने के बाद गुरुवार (19 अक्टूबर) को यह कदम उठाया.

इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ. (Reuters/19 Oct, 2017)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने लंदन में एविन फील्ड संपत्ति से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ,उनकी बेटी और दामाद को गुरुवार (19 अक्टूबर) को अभ्यारोपित किया. राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी ) ने इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत में आठ सितम्बर को शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों और वित्त मंत्री इसहाक डार के खिलाफ भ्रष्टाचार और धन शोधन (मनी लांड्रिंग) के तीन मामले दर्ज कराये थे. सुप्रीम कोर्ट ने 28 जुलाई को पनामा पेपर्स मामले में शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य ठहराया था जिसके कुछ सप्ताह बाद ये मामले दर्ज किये गये थे.

  1. पनामा पेपर मामले में सर्वोच्च न्यायलय के आदेश की रोशनी में अदालत ने आरोप तय किए हैं.
  2. इस्लामाबाद जवाबदेही अदालत में भ्रष्टाचार व धन शोधन के तीन मामले दर्ज किए हैं.
  3. पनामा पेपर केस में शीर्ष न्यायालय द्वारा 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराया गया था.

इस्लामाबाद में जवाबदेही अदालत ने लंदन में संपत्तियों से जुड़े मामले में 67 वर्षीय शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज और उनके पति सेवानिवृत्त कैप्टन मोहम्मद सफदर को अभ्यारोपित किया. हालांकि शरीफ और बचाव पक्ष के मुख्य वकील ख्वाजा हेरिस दोनों देश से बाहर है. शरीफ अपनी बीमार पत्नी कुलसूम नवाज के साथ लंदन में है. कुलसूम नवाज गले के कैंसर से पीड़ित है और उनकी अब तक तीन सर्जरी हो चुकी हैं.

इससे पहले पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने बर्खास्त प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद मोहम्मद सफदर के खिलाफ पनामा पेपर मामले में वकीलों के प्रदर्शन के बाद आरोप तय करने की कार्यवाही 19 अक्टूबर तक स्थगित कर दी थी. शीर्ष न्यायालय द्वारा 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराए जाने के फैसले के बाद ‘राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो’(एनएबी) ने शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों और वित्त मंत्री इशाक डार के खिलाफ इस्लामाबाद जवाबदेही अदालत में भ्रष्टाचार व धन शोधन के तीन मामले दर्ज किए हैं.

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पनामा पेपर्स से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में इस्लामाबाद के राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत पहुंचती नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ. (Reuters/19 Oct, 2017)

पनामा पेपर्स: नवाज शरीफ की बेटी मरियम और दामाद को मिली जमानत

मरियम और सफदर गुरुवार की सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद थे. अदालत के एक अधिकारी के अनुसार सभी तीनों आरोपी खुद के निर्दोष होने का दावा कर रहे हैं. डार पहले से ही अभ्यारोपित है और उनके खिलाफ सुनवाई शुरू हो चुकी है. शरीफ और उनके पुत्रों-हसन और हुसैन को दो अन्य मामलों में बाद में अभ्यारोपित किये जाने की संभावना है.

जज मोहम्मद बशीर द्वारा सुनवाई शुरू करते ही बचाव पक्ष ने शरीफ को अभ्यारोपित किये जाने को स्थगित करने की मांग करते हुए याचिका दायर की क्योंकि शरीफ अपनी पत्नी की बीमारी के कारण देश में नहीं हैं. बचाव पक्ष ने दलील दी कि शरीफ की कानूनी टीम के प्रमुख हेरिस भी किसी आपात कार्य से देश से बाहर है और उनकी अनुपस्थिति में शरीफ को अभ्यारोपित नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन अदालत ने दलीलें सुनने के बाद याचिका को खारिज कर दिया.

शरीफ की कानूनी टीम के दूसरे वकील आयशा हामिद ने एक याचिका दायर करके तब तक अभ्यारोपित किये जाने की कार्यवाही पर रोक की अपील की थी जब तक एनएबी द्वारा दायर भ्रष्टाचार के कई मामलों के खिलाफ शरीफ की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कोई निर्णय नहीं ले लेता. अदालत ने इस याचिका को भी खारिज कर दिया. शरीफ के वकील ने तीसरी याचिका भी दायर की थी जिसमे उन्होंने उनके (शरीफ) खिलाफ तीनों मामलों को एक साथ मिलाने की अपील की थी. 

अदालत ने इस याचिका पर अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया. जज मोहम्मद बशीर को 13 अक्तूबर को शरीफ,उनकी बेटी और दामाद को अभ्यारोपित करना था, लेकिन पीएमएल-एन के वकीलों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद अदालत ने अभ्यारोपित किये जाने की कार्यवाही को 19 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया था. शरीफ के परिवार ने आरोप लगाया कि ये मामले राजनीति से प्रेरित है.

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