पेरिस हत्या: चेचन मूल का था शिक्षक का सिर काटने वाला हमलावर, हुआ ये बड़ा खुलासा
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पेरिस हत्या: चेचन मूल का था शिक्षक का सिर काटने वाला हमलावर, हुआ ये बड़ा खुलासा

पेरिस में शिक्षक की हत्या करने वाला चेचन मूल का निकला है. 18 वर्षीय संदिग्ध ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था, इसलिए पुलिस ने उसे गोली मारी थी, वह चेचन मूल का एक शरणार्थी था.

फाइल फोटो.

पेरिस: पेरिस (Paris) में एक स्कूली शिक्षक की हत्या के बाद पुलिस की गोली से मारे गए संदिग्ध के मामले में खुलासा हुआ है. राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी प्रॉसीक्यूटर (National anti terror prosecutor) जीन-फ्रैंकोइस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पुलिस की गोली से मारा गया संदिग्ध चेचन मूल का (Chechen origin) था. उसने ही 47 वर्षीय इतिहास के शिक्षक की उत्तर-पश्चिमी पेरिस के कॉनफ्लैंस-सैंटे-होनोरिन में एक मिडिल स्कूल के पास हत्या कर दी थी. कहा जा रहा है कि शिक्षक ने कथित तौर पर अपनी कक्षा में पैगंबर मोहम्मद के ‘कार्टून की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ पर चर्चा की थी.

  1. पेरिस में शिक्षक का सिर काटने वाला निकला चेचन मूल का

    पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पर चर्चा बनी शिक्षक की हत्या की वजह

    18 वर्षीय आरोपी ने नहीं किया सरेंडर तो पुलिस ने गोली मारी

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हत्या के बाद ट्विटर पर की थी पोस्ट    
अभियोजक ने कहा कि 18 वर्षीय संदिग्ध ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था, इसलिए पुलिस ने उसे गोली मारी थी. वह चेचन मूल का एक शरणार्थी था जिसके बारे में इंटेलीजेंस को पहले से कोई जानकारी नहीं थी. एक रिपोर्ट के अनुसार, हमलावर ने स्कूल में विद्यार्थियों से शिक्षक के बारे में जानकारी ली थी और हत्या के बाद संदिग्ध ने ट्विटर (Twitter) पर शव की तस्वीर पोस्ट की.

बहन हो चुकी है प्रतिबंधित संगठन में शामिल
हमलावर के परिवार के चार सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है जिनसे रात भर पूछताछ की गई. अभियोजन पक्ष के मुताबिक पुलिस ने पांच अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है, जिनमें से छात्र के माता-पिता भी हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था. इस वीडियो में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाने के लिए शिक्षक की आलोचना की थी. संदिग्ध की सौतेली बहन 2014 में सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह में शामिल हो गई थी अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह अब कहां है. अभियोजक ने कहा, तथ्यों की सत्यता पता करने के लिए आगे की जांच की जाएगी. यह भी पता लगाया जाएगा कि उसके साथ और कौन-कौन था.

2015 में पत्रिका के ऑफिस पर हुआ था हमला
बता दें कि इससे पहले जनवरी 2015 में व्यंग्य साप्ताहिक पत्रिका चार्ली हेब्दो के पेरिस में कार्यालयों में भी फायरिंग की गई थी क्योंकि पत्रिका ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित किए थे. इन हमलों में पत्रिका के आठ कर्मचारियों सहित 12 लोग मारे गए थे. पिछले महीने भी चार्ली हेब्दो के पूर्व कार्यालयों के बाहर एक व्यक्ति ने दो लोगों को चाकू मार दिया था.

(इनपुट: IANS)

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