पेशावर स्कूल हमला LIVE : तालिबान ने किया नरसंहार, बच्चों सहित 160 की हत्या
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पेशावर स्कूल हमला LIVE : तालिबान ने किया नरसंहार, बच्चों सहित 160 की हत्या

पाकिस्तान के पेशावर में आतंकियों ने मंगलवार दोपहर में बड़ा हमला कर दिया है। आतंकियों ने आज पेशावर के एक प्रसिद्ध आर्मी स्कूल पर हमला बोल दिया। इस हमले में हमले में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है और दर्जनों अन्‍य बच्चे हमले में घायल हो गए हैं। खैबर पख्तून ख्वाह के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने 100 से ज्यादा बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है। हमले में कुल 126 लोगों की मौत हो गई है।

पेशावर स्कूल हमला LIVE : तालिबान ने किया नरसंहार, बच्चों सहित 160 की हत्या

पेशावर: पाकिस्तान के पेशावर शहर में सेना द्वारा संचालित एक स्कूल में भारी हथियारों से लैस अरबी भाषी तालिबानी आत्मघाती हमलावरों ने कक्षाओं में घुसकर छात्रों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं जिसमें कम से कम 160 लोगों के मारे जाने की खबर है। खैबर पख्तून ख्वाह के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने 100 से ज्यादा बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है। इस कायराना हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है। तालिबान ने एक बयान में कहा है कि वह अपने लोगों के मारे जाने का दुख पाकिस्तानी सेना को अनुभव कराना चाहता था। 

स्कूल में बंधक बनाए गए बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन चलाया। सेना का यह ऑपरेशन करीब आठ घंटे चला। सेना के ऑपरेशन में सभी आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

अर्धसैनिक फ्रंटियर कोर की वर्दी पहनकर आए आठ से दस अरबी भाषी हमलावर सुबह साढे दस बजे (स्थानीय समय) वरसाक रोड स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में घुस गए और उन्होंने एक एक कक्षा में जाकर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं और मासूमों की हत्या की। आतंकवादियों ने कई लोगों को बंधक बनाकर उन्हें मानव ढाल के रूप में प्रयोग किया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हमले में मरने वालों की संख्या 160 तक पहुंच गई है जिसमें ज्यादातर छात्र शामिल हैं। कम से कम 122 अन्य लोग घायल हुए। उन्होंने कहा कि अब तक छह आतंकवादी मारे गये हैं जिसमें से चार ने खुद को बम से उड़ाया जबकि दो की मौत सुरक्षाकर्मियों की गोलियों से हुई।

खबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने संवाददाताओं को बताया कि अर्धसैनिक फ्रंटियर कोर की वर्दी पहनकर आए आठ से दस आत्मघाती हमलावर सुबह साढे दस बजे (स्थानीय समय) वरसाक रोड स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में घुस गए और उन्होंने अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दिया चश्मदीदों ने स्थानीय मीडिया से कहा कि हाल के वर्षों में बच्चों के खिलाफ दुनियाभर में अब तक के सबसे बर्बर हमलों में से एक हमले में, आतंकवादियों ने कक्षाओं घुसकर हैरान छात्रों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। जिंदा बचे एक छात्र ने संवाददाताओं से कहा कि हमलावरों की लंबी दाढी थी और वे ‘सलवार कमीज’ पहने थे।

उसने कहा कि वे अरबी भाषा में बोल रहे थे और विदेशी लग रहे थे।

खटक ने तीन दिवसीय शोक की घोषणा की। हमलावर सेना को इमारत में घुसने से रोकने के लिए कई छात्रों को बंधक बनाकर उन्हें मानव ढाल के रूप में प्रयोग कर रहे थे। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए इसे ‘राष्ट्रीय त्रासदी’ करार दिया। अभियान पर स्वयं नजर रखने के लिए वह पेशावर पहुंचे हैं। सेना प्रमुख जनरल रहील शरीफ भी क्वेटा से पेशावर पहुंचे। माना जाता है कि हमले के वक्त करीब 500 छात्र और शिक्षक स्कूल के अंदर मौजूद थे। प्रांत के सूचना मंत्री मुश्ताक गनी ने बताया कि आतंकवादी आर्मी पब्लिक स्कूल से सटे एक कब्रिस्तान के रास्ते आए थे। यह स्कूल वरसाक रोड पर स्थित सेंट मैरी स्कूल से सटा हुआ है। पिछले कई दिनों से इस स्कूल पर भी आतंकवादी खतरा बना हुआ था।

 तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता ने दावा किया कि छह आत्मघाती हमलावरों ने सैन्य स्कूल पर हमला किया। उन्होंने कहा कि यह पेशावर के करीब उत्तरी वजीरिस्तान कबाइली क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ सेना के अभियान का बदला है। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि वे हमारा दर्द महसूस करें।’ सेना ने कराची अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले और सरकार तथा तालिबान के वार्ताकारों के बीच शांति वार्ता नाकाम रहने के बाद जून में बड़ा सैन्य अभियान ‘जार्ब ए अज्ब’ चलाया था। सेना ने कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान तथा इसके पास के कबाइली क्षेत्र में अभियान के दौरान 1300 से अधिक उग्रवादियों की मौत हुई है और वह उग्रवाद के पाकिस्तान से पूरी तरह से सफाया होने तक अभियान जारी रखेगी।

इस बीच, वरिष्ठ मंत्री हिदायतुल्ला ने संवाददाताओं को बताया कि मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है क्योंकि अभियान अभी भी जारी है और हमलावरों ने सैकड़ों को बंधक बना रखा है। विपक्षी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के इमरान खान ने इस हमले को ‘बर्बरतापूर्ण’ कार्रवाई बताया। खबर-पख्तूनख्वा प्रांत में इमरान खान की पार्टी का शासन है।

स्कूल के समीप रहने वाली शगुफ्ता ने जियो टीवी को बताया कि उन्होंने दो धमाकों की आवाजें सुनीं जिसके बाद एक हल्का धमाका हुआ। शुजा नाम के एक छात्र ने समा टीवी को बताया कि जब गोलीबारी शुरू हुई उस समय वे इम्तिहान दे रहे थे तभी शिक्षकों ने उनसे जमीन पर लेट जाने को कहा। छात्र ने बताया कि सेना के जवानों के आने तक वे करीब एक घंटे फर्श पर लेटे रहे जिसके बाद जवानों ने उन्हें जाने को कहा।

कई छात्रों को पीछे के दरवाजे से निकाला गया। वहां से निकले एक छात्र ने दुनया टीवी को बताया कि जब उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी तब चौथा पीरियड चल रहा था। उसने बताया, ‘पहले तो हमें यह पता ही नहीं चला कि क्या हुआ..? लेकिन बाद में सेना के अधिकारियों ने हमें पिछले दरवाजे से निकलने को कहा।’ भारत में चैंपियंस ट्रॉफी में रजत पदक जीतने वाली पाकिस्तान हॉकी टीम के स्वागत के लिए लाहौर में आयोजित स्वागत समारोह को इस घटना के बाद टाल दिया गया। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने बताया कि भविष्य में उचित समय आने पर समारोह आयोजित किया जाएगा। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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