महातिर के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन ने हाल ही में संपन्न आम चुनावों में बारिसन नेशनल (बीएन) गठबंधन पर अभूतपूर्व जीत हासिल की जो मलेशिया में 1957 से सत्ता में था.
Trending Photos
कुआलालंपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार (31 मई) को मलेशिया के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने पर सकारात्मक चर्चा हुई. तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में गुरुवार को मलेशिया पहुंचे मोदी ने पुत्राज्या के पेरदाना पुत्र कॉम्प्लेक्स स्थित महातिर के कार्यालय मे उनसे भेंट की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, ‘‘हमारी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने के संबंध में दोनों नेताओं ने सकारात्मक चर्चा की. प्रधानमंत्री ने डॉक्टर महातिर को मलेशिया का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी.’’
मलेशिया के प्रधानमंत्री के रूप में 92 वर्षीय महातिर मोहम्मद ने 10 मई को शपथ ली थी. महातिर के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन ने हाल ही में संपन्न आम चुनावों में बारिसन नेशनल (बीएन) गठबंधन पर अभूतपूर्व जीत हासिल की जो मलेशिया में 1957 से सत्ता में था.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि मोदी भारत-मलेशिया सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर महातिर के साथ से चर्चा करेंगे. कुमार ने ट्वीट किया था, ‘‘मलेशिया एक रणनीतिक साझेदार और हमारी एक्ट ईस्ट नीति में प्राथमिकता वाला देश है.’’
PM @narendramodi met Malaysian PM Dr Mahathir Mohamad in Kuala Lumpur. The two leaders had a productive exchange of views on strengthening our strategic partnership. PM congratulated Dr. Mahathir on assuming the post of Prime Minister of Malaysia. @chedetofficial @hcikl pic.twitter.com/Y1YjZWSqDL
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) May 31, 2018
मोदी और महातिर के बीच व्यापार और निवेश पर भी चर्चा होने की संभावना है. नई दिल्ली में ही मोदी ने कहा था कि इंडोनेशिया से सिंगापुर जाने के दौरान वह कुछ समय के लिए मलेशिया में रुककर महातिर से मुलाकात करेंगे और नए मलेशियाई नेतृत्व को बधाई देंगे.
मलेशिया से प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर जाएंगे, जहां वह वार्षिक सुरक्षा बैठक शांगरी-ला डायलॉग में 1 जून को अहम संबोधन देंगे. इंडोनेशिया की पहली सरकारी यात्रा के दौरान मोदी ने राष्ट्रपति जोको विदोदो के साथ ‘‘सकारात्मक चर्चा’’ की.भारत और इंडोनेशिया के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने और हिंद - प्रशांत क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता सहित 15 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.