नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ( PM KP Sharma Oli) ने कुछ हफ्ते पहले ही एक विचित्र दावा किया था कि 'असली अयोध्या नेपाल में है, ना कि भारत में'.
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नई दिल्ली: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ( PM KP Sharma Oli) ने कुछ हफ्ते पहले ही एक विचित्र दावा किया था कि 'असली अयोध्या नेपाल में है, ना कि भारत में'. अपने इस दावे को सच साबित करने के लिए अब वह और आगे निकल गए हैं.
ओली ने एक व्यापक मास्टर प्लान (Master Plan) बनाकर तथाकथित भगवान राम के जन्मस्थान पर 'राम जन्मभूमि अयोध्या धाम' बनाने का काम शुरू करने का निर्देश दे दिया है.
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उन्होंने शनिवार को बालूवाटर में प्रधानमंत्री आवास पर चितवन के मादी नगर पालिका के प्रमुख और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान ये निर्देश दिए.
इतना ही नहीं, यह साबित करने की बेताबी में कि भगवान राम (Bhagwaan Ram) एक नेपाली (और भारतीय नहीं) थे, उन्होंने कहा कि अयोध्यापुरी में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की मूर्तियां रखकर राम नवमी (Ram Navami) को भव्यता के साथ मनाया जाएगा.
यह माना जाता है कि देवी सीता का जन्म नेपाल (Nepal) के जनकपुरी ( Janakpuri) में हुआ था. इसीलिए हर साल अयोध्या से 'राम बारात' (भगवान राम की शादी की बारात) बहुत धूमधाम से जनकपुरी के लिए रवाना भी होती है. लेकिन भगवान राम का जन्म स्थान भौगोलिक स्तर पर इससे दूर होने के कारण ओली का तर्क है कि असली अयोध्या नेपाल में है.
बता दें कि इससे पहले जून में नेपाल ने राष्ट्रीय प्रतीक में एक नए नक्शे को प्रतिबिंबित करने के लिए एक संविधान संशोधन बिल को मंजूरी दी थी. इस नक्शे में भारतीय क्षेत्रों लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाल के हिस्से के रूप में दिखाया गया है.