क्या वाकई यूक्रेन बना रहा था जैविक हथियार? रिपोर्ट में किया गया दावा
रूस ने दावा किया है कि उसे कुछ डॉक्यूमेंट मिले हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि यूक्रेन में जैविक प्रयोगशालाएं चल रही थीं, जिन्हें अमेरिका द्वारा फंडिंग मिल रही थी. इन लैब में प्लेग, एंथ्रेक्स, टुलारेमिया, हैजा और अन्य घातक बीमारियों को विकसित किया जा रहा था.
नई दिल्ली: रूसी रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) ने यूक्रेन (Ukraine) की जैविक प्रयोगशालाओं (Biological Laboratories) के दस्तावेजों का खुलासा किया, जिन्हें अमेरिकी रक्षा विभाग (US Department of Defense) द्वारा फंडिंग मिलती है. रेन टीवी ने बताया कि ये डॉक्यूमेंट इस बात की पुष्टि करते हैं कि यूक्रेन की जैविक प्रयोगशालाएं रूस के करीब स्थित हैं और ये जैविक हथियारों (Biological Weapons) विकसित कर रही हैं.
जैविक प्रयोगशालाओं के मिले डॉक्यूमेंट
रिपोर्ट में कहा गया है कि 'हमें 24 फरवरी को प्लेग, एंथ्रेक्स, टुलारेमिया, हैजा और अन्य घातक बीमारियों के विशेष रूप से खतरनाक बीमारियां विकसित करने वाली यूक्रेनी जैविक प्रयोगशालाओं के डॉक्यूमेंट मिले हैं.'
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रूसी एक्सपर्ट कर रहे हैं एनालिसिस
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि डोनबास में रूसी विशेष अभियान की शुरुआत के बाद पेंटागन को चिंता थी कि यूक्रेन के क्षेत्र में किए गए गुप्त जैविक प्रयोगों के बारे में जानकारी का खुलासा किया जाएगा. जो डॉक्यूमेंट मिले हैं उनका रूसी एक्सपर्ट एनालिसिस कर रहे हैं.
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जैविक सामान के स्टॉक का खात्मा बेहद जरूरी
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऐसे खतरनाक बीमारियां पैदा करने वाले जैविक सामान के स्टॉक का खात्मा बेहद जरूरी है. पब्लिश डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट में 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय का एक आदेश शामिल है, जो जैविक रोगजनक एजेंटों के इमरजेंसी खात्में को दर्शाता है. एक रूसी प्रतिनिधि ने बताया कि यूक्रेन ने 'डर्टी बम' के निर्माण और प्लूटोनियम को अलग करने के काम के लिए चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र क्षेत्र का इस्तेमाल किया.
(इनपुट- IANS)