अमेरिका ने कहा, यूक्रेन में रूसी कार्रवाई संबंध सुधार में 'बाधक'
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अमेरिका ने कहा, यूक्रेन में रूसी कार्रवाई संबंध सुधार में 'बाधक'

अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको से फोन पर बातचीत की और कहा कि पूर्वी यूक्रेन में मास्को की कार्रवाई अमेरिका और रूस के संबंधों में सुधार की दिशा में अब भी एक बड़ी अवरोधक बनी हुई है. दोनों नेताओं के बीच की इस बातचीत की जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी है.

विदेश मंत्रालय के कार्यवाहक प्रवक्ता मार्क टोनर. (फाइल फोटो)

वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क: अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको से फोन पर बातचीत की और कहा कि पूर्वी यूक्रेन में मास्को की कार्रवाई अमेरिका और रूस के संबंधों में सुधार की दिशा में अब भी एक बड़ी अवरोधक बनी हुई है. दोनों नेताओं के बीच की इस बातचीत की जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी है.

कार्यवाहक प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘विदेश मंत्री टिलरसन ने आज (सोमवार, 24 अप्रैल) अपनी हालिया मास्को यात्रा पर चर्चा करने के लिए और रूसी नेतृत्व को यह संदेश देने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको से फोन पर बात की कि हालांकि अमेरिका रूस के साथ संबंध सुधारने का इच्छुक है लेकिन पूर्वी यूक्रेन में रूसी कार्रवाई इस दिशा में एक अवरोधक बनी हुई है.’ 

उन्होंने कहा कि टिलरसन ने ‘सुधार करने और भ्रष्टाचार से निपटने में यूक्रेन की सतत प्रगति के महत्व पर भी जोर दिया.’ 

संरा प्रमुख ने इस्राइल विरोधी पक्षपात के खिलाफ खड़े होने का संकल्प जताया
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय यहूदी समुदाय के नेताओं को यह कह कर आश्वस्त करने का प्रयास किया कि वह अंतरराष्ट्रीय संगठन में इस्राइल विरोधी हर पक्षपात के खिलाफ खड़े होंगे.

अमेरिकी दबाव के बाद संयुक्त राष्ट्र में हो रहे कथित पक्षपात की खबरों को लेकर गहराते विवाद के बीच गुटेरेस ने यह बयान दिया. यह विवाद पिछले महीने उस समय उठा था जब संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकारों के एक विशेषज्ञ ने इस्राइल की नीतियों की कड़ी आलोचना की थी.

गुटेरेस ने कहा कि वह इस बात का ‘विश्वास’ दिलाते हैं कि उनके अधीन काम करने वाले सभी लोग उन सिद्धांतों का पालन करेंगे जिन्हें वह सही मानते हैं.

न्यूयॉर्क में ‘वर्ल्ड ज्यूइश कांग्रेस’ के दौरान उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के तौर पर मुझे लगता है कि इस्राइल के साथ अन्य देशों जैसा व्यवहार ही किया जाना चाहिए.’ 

उन्होंने कहा, ‘मुझे यह बताने का मौका मिल चुका है कि उन परिस्थितियों में भी मैं सिद्धांतों का पालन करने के लिए तैयार हूं जिनके चलते मैं ऐसे निर्णय करने को बाध्य हुआ जिनसे कुछ असहज हालात पैदा हुए.’ 

यह पहला अवसर था जब संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने यहूदी नेताओं की एक अंतरराष्ट्रीय सभा को संबोधित किया.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के राजनयिक आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं अमेरिकी सांसदों से मुलाकात करेंगे जहां उनके इस्राइल, फलस्तीन विवाद और संयुक्त राष्ट्र के कोष में अमेरिकी कटौती सहित कई मुद्दों पर वार्ता करने की संभावना है.

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