आधी रात को रूस ने यूक्रेन पर दागीं मिसाइलें, देश में छाया अंधेरा, जेलेंस्की ने दिया अल्टीमेटम
Russia Ukraine war Update: रूस ने आधी रात को यूक्रेन पर जमकर मिसाइलें दागीं. इस बार यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया गया. इन हमलों से यूक्रेन में बड़े पैमाने पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई.
Russia Ukraine War News: रूस-यूक्रेन का युद्ध गुजरते दिनों के साथ खतरनाक होता जा रहा है. अब तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैटेन II नाम की मिसाइल को परमाणु युद्ध के लिए तैयार रखने का आदेश दे दिया है. इसने रूस-यूक्रेन के बीच के तनाव को तो बढ़ाया ही है, पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. इसके साथ ही रूस के हमले भी नहीं रुक रहे हैं. गुरुवार की रूस ने यूक्रेन पर जमकर मिसाइलें बरसाईं. इस बार रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर हमले किए. मिसाइल और ड्रोन के जरिए 200 से ज्यादा हमले किए.
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अंधेरे में रहने को मजबूर 1 करोड़ लोग
पावर प्लांट्स को निशाना बनाने से यूक्रेन अंधेरे में डूब गया. 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को बिना बिजली के रात काटनी पड़ी. यानी कि अब यूक्रेन के लोगों का चैन-सुकून तो पहले ही खो चुका था और अब उनकी रात की नींद भी हराम हो रही है.
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सर्दी से पहले ही तबाह कना चाहता है पावर प्लांट्स
2 सप्ताह से भी कम समय में यूक्रेन के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर रूस के दूसरे बड़े हवाई हमले से यह आशंका बढ़ गई है कि रूस का इरादा सर्दी से पहले यूक्रेन की ऊर्जा उत्पादन क्षमता को तहस-नहस करना है. रूस ने पहले भी यूक्रेन के बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया है, जिसका उद्देश्य कड़ाके की ठंड के महीनों के दौरान नागरिकों को बिजली और पेयजल आपूर्ति से वंचित करना तथा यूक्रेन के उत्साह को तोड़ना है.
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जानबूझकर ऊर्जा संयंत्रों को बना रहा निशाना
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में, कलस्टर हथियारों से लैस कलिब्र क्रूज मिसाइलों ने नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया. कलस्टर हथियार एक बड़े क्षेत्र में कई छोटे बम छोड़ते हैं, जिससे वे हमले के दौरान और उसके बाद नागरिकों के लिए ख़तरनाक हो जाते हैं. यूक्रेन के अधिकारियों ने हाल में कहा था कि रूस ठंड के मौसम से पहले ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाने के लिए क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों का भंडार जमा कर रहा है.
ऊर्जा के बुनियादी ढांचे पर 11 वां बड़ा हमला
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया कि उनकी सेना ने बृहस्पतिवार को 100 ड्रोन और 90 मिसाइलों से यूक्रेन के 17 ठिकानों पर हमला किया, जिनमें सैन्य सुविधाएं और उनकी सहायता प्रणालियां शामिल थीं. यह इस वर्ष यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रूस द्वारा किया गया 11वां बड़ा हमला है.
हालांकि यूक्रेन की वायुसेना ने 76 क्रूज मिसाइलों और तीन अन्य प्रकार की मिसाइलों के साथ-साथ 32 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है. किसी भी पक्ष के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. रूस के साथ लगभग 3 साल से जारी युद्ध के दौरान यूक्रेन का करीब आधा ऊर्जा बुनियादी ढांचा नष्ट हो गया है, और बिजली की आपूर्ति में लगातार कटौती आम बात है. यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों ने वायु रक्षा प्रणालियों और पुनर्निर्माण के लिए धन के साथ यूक्रेन को बिजली उत्पादन की रक्षा करने में मदद करने की मांग की है. कीव, खारकीव, रिव्ने, खमेलनित्सकी, लुत्स्क समेत मध्य और पश्चिमी यूक्रेन के कई शहरों में धमाके होने की जानकारी मिली है.
जेलेंस्की ने कहा वायु रक्षा प्रणालियों की जरूरत
जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से वायु रक्षा हथियारों की आपूर्ति में तेजी लाने का आग्रह किया है, जिन्हें देने का वादा वे कर चुके हैं. पहले यूक्रेनी अधिकारियों ने शिकायत की है कि सैन्य सहायता आने में देरी हो रही है. जेलेंस्की ने सोशल मीडिया टेलीग्राम पर कहा कि इस तरह के प्रत्येक हमले से यह साबित होता है कि यूक्रेन में अब वायु रक्षा प्रणालियों की आवश्यकता है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि रूस ने ठंड के मौसम में यूक्रेनी बुनियादी ढांचे और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए ताबड़तोड़ हमले किए हैं. उन्होंने लिखा, ''उत्तर कोरिया समेत रूस के सहयोगियों ने उसकी मदद की.''
पानी भी नहीं पहुंचा घरों में
पश्चिमी देशों और दक्षिण कोरिया का कहना है कि हाल के महीनों में उत्तर कोरिया ने रूस के लिए अपने सैन्य सहयोग को बढ़ा दिया है. पश्चिमी यूक्रेन में ल्वीव क्षेत्र के प्रमुख मैक्सिम कोजित्स्की ने कहा कि हमले के कारण पांच लाख से ज्यादा घरों में बिजली नहीं है. उत्तर-पश्चिमी रिव्ने क्षेत्र के गवर्नर ओलेक्सांद्र कोवल के अनुसार, हमले के कारण क्षेत्र में 280,000 से अधिक घरों में बिजली नहीं है. प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति भी बाधित रही. सीमावर्ती वोलिन क्षेत्र के प्रमुख इवान रुडनीत्स्की ने कहा कि हमलों से प्रभावित बिजली आपूर्ति के कारण 215,000 घरों में बिजली नहीं है. पश्चिमी इवानो-फ्रैंकिवस्क क्षेत्र में भी स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ऊर्जा ढांचे को भी निशाना बनाया गया. (इनपुट - एजेंसी)