What are Kamikaze Drones: टारगेट को पल में कर देते हैं नेस्तनाबूद, क्या हैं कामिकेज ड्रोन्स जिसकी तबाही से कांपा यूक्रेन
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What are Kamikaze Drones: टारगेट को पल में कर देते हैं नेस्तनाबूद, क्या हैं कामिकेज ड्रोन्स जिसकी तबाही से कांपा यूक्रेन

Russia-Ukraine War: न्यूज एजेंसी एएफपी की ओर से जारी तस्वीरों के मुताबिक, ड्रोन कीव के काफी करीब आ गए और पुलिस अफसरों ने जमीन से उन पर फायरिंग की. दूसरी तस्वीर में शहर में धमाके के बाद धुआं उठता नजर आ रहा है. 

What are Kamikaze Drones: टारगेट को पल में कर देते हैं नेस्तनाबूद, क्या हैं कामिकेज ड्रोन्स जिसकी तबाही से कांपा यूक्रेन

Ukraine-Russia Conflict: यूक्रेन की राजधानी कीव सोमवार (17 अक्टूबर) को धमाकों से दहल उठी. रूस ने कामिकेज ड्रोन से ताबड़तोड़ हमले किए. जानकारी के मुताबिक, कीव में 5 धमाके सुनाई दिए. पिछले हफ्ते ही रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल से हमले किए थे. कामिकेज ड्रोन से हमले पर यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि रूस का यह हमला उसकी हताशा को दिखाता है. दोनों देशों के बीच 8 महीने से जंग चल रही है और अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. 

शहर में उठता दिखा धुआं

न्यूज एजेंसी एएफपी की ओर से जारी तस्वीरों के मुताबिक, ड्रोन कीव के काफी करीब आ गए और पुलिस अफसरों ने जमीन से उन पर फायरिंग की. दूसरी तस्वीर में शहर में धमाके के बाद धुआं उठता नजर आ रहा है. 

पहला हमला सुबह 6.35 बजे हुआ, जिसके बाद सायरन बजने लगे. राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने सोशल मीडिया पर कहा, 'राजधानी पर कामिकेज ड्रोन से हमला किया गया. रूस को लगता है कि इससे उनको मदद मिलेगी लेकिन ये उनकी हताशा को दिखाता है. हमें जल्द से जल्द एयर डिफेंस सिस्टम की जरूरत है और हथियारों की भी, ताकि हम आसमान में दुश्मनों का खात्मा कर सकें.'

रिहायशी इमारतें हुईं खाक

कीव शहर के मेयर विटाली क्लिचको ने कहा , 'दमकल विभाग अपना काम कर रहा है. कई रिहायशी इमारतें खाक हो चुकी हैं. लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है. इस हमले में कितने लोग मारे गए, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. मेयर ने कामिकेज ड्रोन के मलबे की तस्वीरें भी अपलोड कीं. 

क्या है कामिकेज ड्रोन

  • बारूद से भरा मानवरहित कामिकेज ड्रोन किसी भी टैंक या टारगेट से टकराकर उसे नेस्तनाबूद कर सकता है. 

  • इस तकनीक को आधुनिक युद्ध के लिए और एडवांस किया गया है.

  • दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के कामिकेज पायलट्स जानबूझकर अपने बारूद से भरे विमानों को दुश्मनों के ठिकानों पर क्रैश करा देते थे.यह एक तरह का सुसाइड अटैक होता था.  

  • यह ड्रोन बेहद छोटा होता है और इसे बिना किसी मानव दखल के फेस रिकॉग्निशन के जरिए टारगेट पर अटैक के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है.

  • यह लंबे समय तक बिना कुछ किए हवा में रह सकता है. यह अन्य ड्रोन्स की तुलना में काफी सस्ता होता है. 

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