America-China को टक्कर देने के लिए Russia बना रहा ये खतरनाक हथियार, नाम रखा 'Checkmate'
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America-China को टक्कर देने के लिए Russia बना रहा ये खतरनाक हथियार, नाम रखा 'Checkmate'

रूस (Russia) ने एक खतरनाक बाहुबली स्टील्थ फाइटर जेट (Stealth Fighter Jet) का प्रोटोटाइप तैयार किया है. इस जेट के प्रमोशनल प्रोग्राम में रूस ने इशारों में ब्रिटेन को भी चिढाने की कोशिश की.

रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन (फाइल फोटो)

लंदन: अमेरिका और चीन के सामने अपना दबदबा बनाए रखने के लिए रूस (Russia) लगातार नए-नए हथियार विकसित कर रहा है. अब उसने एक खतरनाक बाहुबली स्टील्थ फाइटर जेट (Stealth Fighter Jet) का प्रोटोटाइप तैयार किया है. उसने इस जेट का नाम Checkmate रखा है. 

  1. ध्वनि की दोगुनी गति से उड़ सकता है
  2. अनावरण प्रोग्राम में ब्रिटेन को चिढ़ाया
  3. रशियन और युक्रेनियन एक लोग- पुतिन

ध्वनि की दोगुनी गति से उड़ सकता है

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन को हाल ही में एक एयरो शो के दौरान इस खतरनाक युद्धक विमान का निरीक्षण करते देखा गया. यह विमान ध्वनि की गति से दोगुनी गति से उड़ सकता है. साथ ही टारगेट को खत्म करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर सकता है. एयर शो में नए लड़ाकू विमान का प्रोटोटाइप देखकर बहुत खुश दिख रहे व्लादीमीर पुतिन ने कहा कि रूसी विमानन क्षेत्र में विकास की काफी संभावनाएं हैं. 

विशेषज्ञों ने मास्को के पास ज़ुकोवस्की के एयर शो में दिखाया गया स्टील्थ लड़ाकू विमान अमेरिका के F-35 लड़ाकू विमान को टक्कर देने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह विमान देखने में लॉकहीड की F-35 सीरीज और चीन के J-31 स्टील्थ जेट के डिजाइन की तरह लग रहा है. ब्रिटिश रायल नेवी ने अपने दो विमान वाहक पोतों के लिए अमेरिका से  F-35 सीरीज के विमान ही खरीदे हैं.

प्रमोशनल प्रोग्राम में ब्रिटेन को चिढ़ाया

इस स्टील्थ लड़ाकू विमान के जारी किए गए प्रमोशनल वीडियो में तिरपाल को हटाया जाता दिखाया जाता है. साथ ही एक चित्रित विज्ञापन के जरिए पूछा जाता है कि क्या आप मुझे नग्न देखना चाहते हैं. इसके साथ ही 5वीं पीढ़ी के सुखोई का भी प्रमोशनल वीडियो जारी किया गया. जिसमें सुखोई और ब्रिटेन (UK) की रॉयल नेवी के HMS डिफेंडर युद्धपोत को दिखाया जाता है. इसमें सुखोई ब्रिटेन के HMS डिफेंडर को चिढ़ाते हुए कहता है 'See You'.

बताते चलें कि ब्रिटेन का विध्वंसक युद्धपोत HMS डिफेंडर पिछले महीने क्रीमिया के बेहद पास से गुजरा था. जिस पर रूस (Russia) ने कड़ी आपत्ति जताई थी. मॉस्को ने कहा कि उसके एक युद्धपोत ने ब्रिटेन के शिप के लिए चेतावनी के शॉट दागे और एक युद्धक विमान ने जहाज के रास्ते में बम गिराए जिससे उसे क्रीमिया प्रायद्वीप के पास के क्षेत्र से बाहर निकाला जा सके. क्रीमिया प्रायद्वीप पहले युक्रेन का हिस्सा था, जिस पर वर्ष 2014 में रूस ने कब्जा कर लिया था.

रशियन और युक्रेनियन एक लोग- पुतिन

पिछले हफ्ते व्लादीमीर पुतिन पर आरोप लगा था कि वे युक्रेन के उत्तरी हिस्से के Donbass इलाके को भी तोड़ने की कोशिशों में लगे हैं. इसके लिए उन्होंने इस इलाके में रहने वाले विद्रोहियों को हथियार मुहैया करवाए हैं. दरअसल पुतिन ने पिछले हफ्ते एक आर्टिकल लिखा था. जिसमें उन्होंने दावा किया था कि रशियन और युक्रेनियन एक ही लोग हैं. उन्होंने आर्टिकल में यह भी कहा कि युक्रेन को औद्योगिक क्षेत्र  Donbass की जरूरत नही हैं. यह इलाका 2014 के बाद से रूस (Russia) समर्थक विद्रोहियों के कब्जे में है. 

क्या रूस  Donbass इलाके को पूरी तरह अपने कब्जे में लेने जा रहा है. इस सवाल के जवाब में पुतिन के प्रवक्ता ने कहा कि वे इस सवाल को अनुत्तरित छोड़ते हैं. कुछ महीने पहले रूस ने अपने एक लाख जवानों को भारी हथियारों के साथ Donbass इलाके की ओर कूच करने का आदेश दिया था. जिससे आशंका बढ़ गई थी कि रूस Donbass को कब्जाने के लिए युक्रेन पर हमला करने वाला है.

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युक्रेन के पास तैनात हैं रूस के भारी हथियार

दुनिया के बाकी देशों के हस्तक्षेप के बाद रूस (Russia) ने बॉर्डर पर तैनात अपने सैनिकों की संख्या में कमी तो कर दी लेकिन उसके भारी हथियार अब भी युक्रेन बॉर्डर के पास तैनात हैं. जिसे रूस जब चाहे यूज में ला सकता है. वहीं सैनिकों की तैनाती बॉर्डर से दूर के इलाके में की गई हैं. हालांकि शॉर्ट नोटिस पर वे भी तुरंत बॉर्डर की ओर कूच कर सकते हैं. 

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