टेरर फंडिंग: यूएस को झटका, पाकिस्तान को मिला सऊदी अरब, चीन और तुर्की का साथ
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टेरर फंडिंग: यूएस को झटका, पाकिस्तान को मिला सऊदी अरब, चीन और तुर्की का साथ

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पहला विरला मामला है जिसमें सऊदी अरब और ट्रंप प्रशासन के बीच सहमति नहीं बन पाई है.

टेरर फंडिंग: यूएस को झटका, पाकिस्तान को मिला सऊदी अरब, चीन और तुर्की का साथ

वॉशिंगटन: पाकिस्तान के तीन निकट सहयोगी देशों चीन, सऊदी अरब और तुर्की ने उसे (पाक को) अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी सूची में डालने के अमेरिका के प्रयास को रोकने के लिए हाथ मिलाया है. अमेरिकी मीडिया की खबर में यह जानकारी दी गई है. पाकिस्तान ने इसे एक अपनी जीत की तरह लिया है वहीं डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पेरिस में मौजूदा वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की बैठक में पर्दे के पीछे से काम कर रहा है ताकि वह उस देश के खिलाफ कार्रवाई कर सके, जिसके बारे में उसका मानना है कि उसने आतंकवाद का वित्तपोषण रोकने तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने के लिए उचित कदम नहीं उठाया है.

  1. पाकिस्तान ने इसे एक अपनी जीत की तरह लिया है.
  2. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पेरिस में एफएटीएफ के लिए काम कर रहा है.
  3. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में किया गया है दावा.

पाकिस्तान का दावा, टेरर फंडिंग लिस्ट में शामिल करने की अमेरिकी कोशिश नाकाम

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पहला विरला मामला है जिसमें सऊदी अरब और ट्रंप प्रशासन के बीच सहमति नहीं बन पाई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की वजह से ऐसा कर रहा है. पाकिस्तान ने बुधवार (21 फरवरी) को दावा किया था कि उसने अमेरिका के उसे आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी सूची में डालने का प्रयास विफल कर दिया है. पेरिस के अंतरराष्ट्रीय वॉचडॉग ने उसे इस मामले में तीन महीने की छूट दे दी है.

निक्की हेली ने कहा, पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी सहायता बंद करना चाहता है अमेरिका

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने बीते 3 जनवरी को कहा था कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को पनाह देना बंद नहीं किये जाने तक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उसकी सहायता राशि रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है. ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि उसने आतंकवादियों को ‘सुरक्षित पनाह’ दिया और इस दौरान अमेरिका से 33 अरब डॉलर की सहायता राशि ली, बदले में पिछले 15 वर्षों में केवल धोखा दिया है. ट्रंप के बयान का समर्थन करते हुए न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान निक्की ने पाकिस्तान पर कई वर्षों तक ‘दोहरा खेल’ खेलने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन एवं पनाह देना लगातार जारी रखा है इसलिए ट्रंप प्रशासन इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार है.’ निक्की ने कहा, ‘पाकिस्तान एक ही समय में हमारे साथ काम करता है और उसी समय आतंकवादियों को भी पनाह देता है जो अफगानिस्तान में हमारे सैनिकों पर हमला करते हैं. प्रशासन इस खेल को बर्दाशत नहीं करेगा.’ अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकने की घोषणा की है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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