यमन में राजधानी के पास हुई लड़ाई में 55 की मौत
Advertisement

यमन में राजधानी के पास हुई लड़ाई में 55 की मौत

यमन की राजधानी के पास शनिवार (3 मार्च) को शिया विद्रोहियों और अंतरराष्ट्रीय मान्यता वाली सरकार के बलों के बीच हुई लड़ाई में 55 लोगों की मौत हो गई.

एक अन्य घटना में यमन के पश्चिमी तट पर भी झड़प में दोनों ही पक्षों के 25 लोगों की मौत हो गई. (फाइल फोटो)

यमन: यमन की राजधानी के पास शनिवार (3 मार्च) को शिया विद्रोहियों और अंतरराष्ट्रीय मान्यता वाली सरकार के बलों के बीच हुई लड़ाई में 55 लोगों की मौत हो गई. चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि इस लड़ाई में 55 लोगों की मौत हो गई. साथ ही दर्जनों लोगों के घायल हो गए. इस लड़ाई में दोनों पक्षों के ही लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच राजधानी से 30 मील दूर नेहम जिले में झड़प हुई. पिछले 24 घंटों में कई लोग घायल भी हुए हैं. उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में यमन के पश्चिमी तट पर भी झड़प में दोनों ही पक्षों के 25 लोगों की मौत हो गई.

  1. शिया विद्रोहियों और सरकार के बलों के बीच हुई लड़ाई
  2. राजधानी से 30 मील दूर नेहम जिले में हुई झड़प 
  3. लड़ाई में दोनों ही पक्षों के लोगों की हुई मौत

यमन में युद्ध समाप्त करने के लिए संबद्ध पक्षों से आग्रह
इससे पहले बीते 28 फरवरी को यमन में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने यमन में जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए देश में फैसला लेने में सक्षम संबंद्ध पक्षों से राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाने का आह्वान किया था. यमन को युद्ध के परिणामस्वरूप दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकट का सामना करना पड़ रहा है. 

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यमन में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष दूत इस्माइल ओलद शेख अहमद के हवाले से कहा था, "केवल यमन के फैसला लेने में सक्षम संबद्ध पक्ष ही इस युद्ध और खूनखराबे को रोक सकते हैं." उन्होंने कहा था कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण आखिरी क्षणों में पार्टियों ने शांति प्रस्ताव पर अपने कदम वापस खींच लिए.

उन्होंने कहा, "विचार विमर्श की समाप्ति पर यह स्पष्ट हो गया कि हौथी (युद्ध में शामिल शिया लड़ाके) प्रस्तावित सुरक्षा इंतजामों में छूट देने के लिए तैयार नहीं हैं. यह बातचीत के जरिए समाधान में एक बहुत बड़ी बाधा है." उन्होंने चिन्हित किया कि संबद्ध पक्षों को ऐसा लगता है कि इस संघर्ष में अगर वे किसी तरह की छूट देते हैं तो इसे उनकी कमजोरी माना जाएगा.

(इनपुट एजेंसी से भी)

Trending news