टेक्सास: कोविड की तीसरी लहर की शुरुआत होने की घोषणा के बीच अमेरिका (US) के टेक्‍सास निवासी (Texas Resident) में खतरनाक वायरस मंकीपॉक्‍स (Monkeypox) के लक्षण सामने आए हैं. इस व्‍यक्ति ने हाल ही में अफ्रीका (नाइजीरिया) की यात्रा की थी. इस मरीज को डलास के अस्‍पताल में भर्ती करा दिया गया है. वहीं अमेरिका का सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन और बाकी एजेंसियां व्‍यक्ति के संपर्क में आए लोगों को खोजने में जुटी हुईं हैं, ताकि इस बीमारी के प्रकोप को रोका जा सके. 


18 साल बाद लौटी बीमारी 


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मंकीपॉक्‍स नाम की यह दुर्लभ बीमारी 18 साल बाद अमेरिका में लौटी है. अब से करीब 2 दशक पहले अमेरिका में इस दुर्लभ बीमारी का प्रकोप हुआ था. यूएसए टुडे में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक मंकीपॉक्‍स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि इससे आम जनता को खतरा कम है, क्‍योंकि COVID-19 को रोकने के उपायों के कारण फ्लाइट में उसके द्वारा अन्‍य लोगों को संक्रमित करने की आशंका कम है. 


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गंभीर रूप ले सकती है यह दुर्लभ बीमारी 


CDC के अनुसार मंकीपॉक्स वायरस स्‍मॉलपॉक्‍स वायरस की फैमिली का है लेकिन यह एक दुर्लभ बीमारी है. इसमें मरीज को चेहरे और पूरे शरीर पर रैशेज और बड़े दाने आ जाते हैं. अधिकांश मामलों में यह संक्रमण 2 से 4 सप्ताह तक रहता है. हालांकि इसे हल्के संक्रमण का कारण माना जाता है लेकिन यह गंभीर वायरल बीमारी का रूप ले सकती है. यह जानवरों द्वारा काटने या उनके संपर्क में आने से होती है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि मंकीपॉक्स का एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में संक्रमण बड़ी श्वसन बूंदों के जरिए होता है. 


बता दें कि मंकीपॉक्स का अधिकांश प्रकोप अफ्रीका (Africa) में हुआ है. इंसानों में मंकीपॉक्‍स होने का पहला मामला 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में दर्ज किया गया था. वहीं अमेरिका में मंकीपॉक्स का प्रकोप 2003 में हुआ था और इसके 47 मामले सामने आए थे.