थाईलैंड गुफा: पूरा हुआ मिशन इम्पॉसिबल! जानिए, कैसे हुआ ये चमत्कार ?
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थाईलैंड गुफा: पूरा हुआ मिशन इम्पॉसिबल! जानिए, कैसे हुआ ये चमत्कार ?

सील ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया, ‘‘सभी 12 ‘वाइल्ड बोर्स’ और प्रशिक्षक को गुफा से निकाल लिया गया है.’’ 

बचाव अभियान खत्म होते ही दुनिया भर के लोगों ने राहत की सांस ली.(फोटो-Reuters)

मे साई (थाईलैंड): थाईलैंड में संकरी गुफा में एक पखवाड़े से अधिक समय तक ‘‘जल समाधि’’ की विभीषिका को परास्त कर मंगलवार (10 जुलाई) को 12 किशोर फुटबाल खिलाड़ियों और उनके प्रशिक्षक को अंतत: सुरक्षित निकाल लिया गया. थाई नेवी सील ने इसकी घोषणा की है. इसी के साथ पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से इस घटना में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच जो बचाव अभियान चल रहा था, वह सफलतापूर्व सम्पन्न हो गया तथा दुनिया भर के लोगों ने राहत की सांस ली. यह बचाव अभियान विश्व भर की सुर्खियों में आ गया था.

सील ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया, ‘‘सभी 12 ‘वाइल्ड बोर्स’ और प्रशिक्षक को गुफा से निकाल लिया गया है.’’
सील ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया, ‘‘सभी 12 ‘वाइल्ड बोर्स’ और प्रशिक्षक को गुफा से निकाल लिया गया है.’’ इसमें यह भी कहा गया कि सभी सुरक्षित हैं. वाइल्ड बोर्स इन फुटबाल खिलाड़ियों की टीम का नाम है. थाई सील एवं विदेशी गोताखोरों ने गुफा में शेष बचे चार लड़कों और उनके 25 वर्षीय प्रशिक्षक को आज अपराह्न में निकाल पाने में सफलता हासिल की. 

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इन लोगों को बेहद खतरनाक रास्ते से निकाला गया जिसमें पानी से भरी संकरी सुरंग शामिल हैं. निकाले गये किशोरों की उम्र 11 से 16 वर्ष के बीच है. ये किशोर फुटबाल का अभ्यास करने के बाद 23 जून को उत्तरी थाईलैंड के पर्वतीय क्षेत्र में स्थित थाम लुआंग गुफा में चले गये थे. गुफा में अंदर जाने के बाद भारी बारिश होने से बाढ़ का पानी गुफा के भीतर घुस गया और गुफा से निकलने का रास्ता कीचड़ और फिसलन भरा होने के कारण बहुत खतरनाक हो गया.

एक चिकित्सक तथा तीन थाई नौसेना के गोताखोर भी बाद में गुफा से निकल आये
बचाव दल के प्रमुख नारोंगसाक ओसोतानाकोर्न ने बताया कि एक चिकित्सक तथा तीन थाई नौसेना के गोताखोर भी बाद में गुफा से निकल आये. ये चारों गुफा से सबसे बाद में बाहर आये.  इन लोगों ने नौ अंधकारमय दिन गुफा में बिताये. इसके बाद दो ब्रिटिश गोताखोर इन तक पहुंचने में कामयाब हुए. किशोर कमजोर होने के बावजूद काफी उत्साहित नजर आ रहे थे. इन किशोरों में से अधिकतर को तैरना नहीं आता था और किसी के पास गोताखोरी का अनुभव नहीं था. लिहाजा बचावकर्ताओं ने उन्हें मास्क पहनना तथा आक्सीजन सिलेंडर की मदद से पानी के भीतर सांस लेने का प्रशिक्षण दिया. 

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इन लोगों को पानी भरी गुफा में ढूंढ लेने की प्रसन्नता अधिक समय तक नहीं टिक सकी क्योंकि अधिकारियों को इन्हें भीतर से सुरक्षित निकालने की योजना को तैयार करने में बहुत माथा पच्ची करनी पड़ी . इसका कारण था कि उन्हें गुफा के भीतर चार किलोमीटर से अधिक जाना था और कुछ सुरंगें तो बेहद संकरी थीं.

थाई नेवी सील के एक पूर्व गोताखोर की गुफा में आक्सीजन की कमी के चलते शुक्रवार को हुई मौत 
थाई नेवी सील के एक पूर्व गोताखोर की गुफा में आक्सीजन की कमी के चलते शुक्रवार को हुई मौत के कारण बचाव मार्ग के खतरों को लेकर आशंकाएं बहुत बढ़ गयीं थीं. थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओ चा ने आज खुलासा किया कि इन किशोरों को कुछ दवा दी गयी ताकि वे शांत रह सकें. उन्होंने कहा, ‘‘यह मामूली बेहोशी वाली दवा थी ताकि उन्हें उद्विग्नता से बचाया जा सके.’’ ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे पहली ऐसी विश्व नेता हैं जिन्होंने इन किशोरों को बचाने में मिली सफलता पर प्रसन्नता जताई तथा उन गोताखोरों के जज्बे को सलाम किया जिन्होंने अपनी जान को जोखिम में डालकर इन किशोरों को बचाया.

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया ट्वीट 
मे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘थाईलैंड में गुफा में फंसे हुए लोगों का सफलतापूर्वक बचाव किए जाने के कारण प्रसन्न हूं. विश्व देख रहा था तथा इसमें शाामिल सभी लोगों को वह सलाम कर रहा है. ’’अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ थााईलैंड में खतरनाक गुफा से 12 किशोरों और उनके प्रशिक्षक को सफलतापूर्वक बचाने के लिए अमेरिका की तरफ से थाई नेवी सील और सभी को बधाई .’’

इंग्लैंड के फुटबाल क्लब मैनचेस्टर यूनाटेड ने ‘वाइल्ड बोर्स’ तथा बचाव अभियान में शामिल सभी लोगों को इंग्लैंड आने और क्लब का दौरा करने करने का न्योता दिया . क्लब ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कितना खूबसूरत क्षण..सभी बच गये . महान कार्य . ’’ अब जबकि सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, इस विभीषिका से गुजरने वाले लोगों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई जा रही है.

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विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि दूषित पानी अथवा पक्षियों या चमगादड़ों के मल से संक्रमित होने वाले पानी के कारण फंसे रहे लोगों को खतरनाक संक्रमण हो सकता है . इस समूह को बचाने के लिए गये चार गोताखोर अभी गुफा से बाहर नहीं आये हैं. 

इनपुट भाषा से भी 

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