थाईलैंड : बच्चों को निकालने में बारिश बनी परेशानी, गुफा में बचा है 15% ऑक्सीजन
सेना की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा है कि गुफा में अब सिर्फ 15 फीसदी है ऑक्सीजन बची हुई है, ऐसे में बच्चों पर कई सारी बीमारी का खतरा मंडराने लगा है.
कॉक : थाईलैंड की गुफा में लगभग 14 दिनों से फंसे बच्चों को बचाने के लिए वायुसेना द्वारा चलाए जा रहे बचाव कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है. थाईलैंड में लगातार हो रही बारिश के कारण सेना ने इस काम को रोक दिया है. सेना की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा है कि गुफा में अब सिर्फ 15 फीसदी है ऑक्सीजन बची हुई है, ऐसे में बच्चों पर कई सारी बीमारी का खतरा मंडराने लगा है. थाई नेवी सील के चीफ एडमिरल अपाकॉर्न का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से बच्चों में हाइपोक्सिया का खतरा बढ़ रहा है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, चियांग राय प्रांत के गर्वनर ने नेवी चीफ की बातों को खारिज किया है. गवर्नर का कहना है कि ब्रिटिश एक्सपर्टस ने उन्हें इस बात की जानकारी दी है कि 12 बच्चे गुफा के जिस चेंबर में फंसे हैं, वहां पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बारिश के कारण गुफा के हालात खराब हुए हैं, लेकिन बारिश रुकते ही सेना अपना काम दोबारा शुरु कर देगी.
गुफा में फंसे 12 खिलाड़ियों को निकालने में लगी थी सेना, एक नेवी सील की मौत
एक गोताखोर की हुई मौत
सेना के साथ राहत बचाव कार्य में जुटे गोताखोरों में से एक की गुफा से निकलते वक्त मौत हो गई. बताया जा रहा है कि गोताखोर की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है. अफसरों के मुताबिक, समन बच्चों को ऑक्सीजन मुहैया कराने के बाद लौट रहे थे तब उनके सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऑक्सीजन खत्म होने के कारण उनकी मौत हो गई है.
गुफा में कैसे पहुंचे बच्चे
बता दें कि, यह सभी बच्चे एक मैच पूरा होने के बाद गुफा में घूमने गए थे. ये सभी अंडर-16 फुटबॉल टीम के खिलाड़ी हैं, जिनकी उम्र 11 से 16 साल के बीच है. 12 बच्चों के साथ इस गुफा में उनके कोच भी मौजूद हैं. यह गुफा 10 किलोमीटर लंबी है बारिश के मौसम में ये गुफा जुलाई से नवंबर के बीच बंद कर दी जाती है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त बच्चे और उनके कोच गुफा में गए थे, उस वक्त वहां पर बारिश होने लगी, जिसके कारण वह वहां पर फंस गए.