Britain Political Crisis: संसद में छुट्टी होने के साथ ही ब्रिटेन में राजनीति भी छुट्टी पर है, जिसे इस देश में क्रिसमस की छुट्टी माना जाता है. लेकिन भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के पद पर बने रहने पर खतरे का अंदेशा है. हाउस ऑफ लॉर्डस में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के सहकर्मी और पार्टी के सबसे बड़े वित्तीय दानदाताओं में से एक लॉर्ड पीटर क्रुडास ने साफ तौर पर द ऑब्जर्वर से कहा है कि कुछ गड़बड़ होने जा रही है, क्योंकि सदन के सदस्य ऋषि सुनक को नहीं चाहते. उनकी राह में ढेर सारी रुकावटें हैं.' 42 साल के ऋषि सुनक ने 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री का पद संभाला था. वह 1980 के दशक के बाद से यूके में यूनियनों की सबसे बड़ी हड़तालों के साथ-साथ अपनी पार्टी के भीतर की समस्याओं से घिरे हुए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुनक को हटाने का रचा जा सकता है प्लॉट


क्रुडास ने कंजर्वेटिव पार्टी को 3.5 मिलियन पाउंड से ज्यादा का दान दिया है और जुलाई में इस्तीफा देने के लिए मजबूर किए जाने के बाद बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री के रूप में वापस लाने के लिए अक्टूबर में एक कदम का समर्थन किया. इसलिए सुनक को हटाने का प्लॉट रचा जा सकता है. द ऑब्जर्वर के लेटेस्ट ओपिनियन पोल में संकेत दिया गया कि चरम दक्षिणपंथी रिफॉर्म पार्टी ने अपना समर्थन बढ़ाया है. इसे एक संकेत के तौर पर पढ़ा जाता है कि ब्रेक्सिट समर्थक और कम टैक्स पसंद करने वाले रूढ़िवादी मतदाता सुधार की ओर जा सकते हैं.


सुनक को 24 प्रतिशत मतदाताओं का भरोसा हासिल


14-15 दिसंबर को किए गए राष्ट्रीय मतदान इरादे के एक सर्वे में एक अन्य पोलस्टर यूगोव ने मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी के साथ 48 प्रतिशत और कंजर्वेटिव के साथ केवल 23 प्रतिशत शेष रखा, जिसने जॉनसन के तहत केवल तीन वर्षों में प्रचंड बहुमत हासिल किया.सुनक को 24 प्रतिशत मतदाताओं का भरोसा हासिल है, जबकि श्रमिक नेता सर कीर स्टारर का आंकड़ा 32 प्रतिशत है. हालांकि कंजर्वेटिव सांसदों ने सुनक को नेता चुनने के लिए भारी मतदान किया और इस तरह प्रधानमंत्री, पार्टी के रैंक और फाइल जिन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला - विश्वास नहीं होता कि वह अगले चुनाव जीतने के लिए ब्रिटिश जनता से जुड़ सकते हैं, जो दिसंबर 2024 तक होना संभावित है.


(इनपुट-IANS)


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं