सुनामी में बह गए थे 57 साल के दिव्‍यांग शख्‍स, 27 घंटे तक तैरकर बचाई जान; अब सोशल मीडिया पर हो रहे फेमस
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सुनामी में बह गए थे 57 साल के दिव्‍यांग शख्‍स, 27 घंटे तक तैरकर बचाई जान; अब सोशल मीडिया पर हो रहे फेमस

प्रशांत महासागरीय देश टोंगा में ज्‍वालामुखी विस्‍फोट के बाद कहर ढाने वाली सुनामी आई थी. उस सुनामी में 57 साल के दिव्‍यांग शख्‍स ने 27 घंटे तैरकर अपनी जान बचाई.  

57 वर्षीय लिसाला फोलाऊ.

नई दिल्‍ली: प्रशांत महासागरीय देश टोंगा के एक शख्‍स ने पिछले सप्ताह प्रशांत द्वीप देश को तबाह करने वाली विनाशकारी सुनामी लहरों से खुद को बचाने के लिए 27 घंटे से अधिक समय तक तैरकर जान बचाई. इस जज्‍बे की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. 

  1. सुनामी में बहे 57 साल के विकलांग शख्स 
  2. 27 घंटों तक समुद्र में तैरकर बचाई जान 
  3. सोशल मीडिया पर अब वह हो रहे फेमस 

57 वर्षीय लिसाला फोलाऊ सोशल मीडिया पर लोकप्रिय

Independent की खबर के अनुसार, अटाटा द्वीप के 57 वर्षीय लिसाला फोलाऊ सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हो गए हैं जहां उन्हें कॉमिक बुक सुपर हीरो के बाद 'रीयल लाइफ में एक्वामैन' के रूप में सम्मानित किया गया था. 

विकलांग होने की वजह से तैरने में परेशानी 

टोंगन मीडिया एजेंसी ब्रॉडकॉम ब्रॉडकास्टिंग के साथ एक इंटरव्‍यू में फोलाऊ ने बताया कि कैसे विकलांगता के कारण उनके पैरों से तैरने में परेशानी आ रही थी और  कई सुनामी लहरों के थपेड़े उन पर पड़ रहे थे. 

सुनामी ने 60 घरों को कर दिया था तबाह 

दरअसल, फोलाऊ अपने घर को पेंट कर रहे थे जब उन्हें शनिवार को उनके भाई ने सुनामी के बारे में सचेत किया. वह समुद्र में उस समय बह गए थे जब सुनामी के तुरंत बाद छोटे अटाटा द्वीप का बड़ा ह‍िस्‍सा नष्‍ट हो गया जो उसके और 60 अन्य लोगों के लिए एक घर था. फोलाऊ ने कहा कि वह खुद को बचाने के लिए एक पेड़ पर चढ़ने में कामयाब रहे लेकिन जल्द ही एक और विशाल लहर से बह गए. 

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ऐसा रहा 27 घंटों तक समुद्र में तैरने का अनुभव 

ऑस्ट्रेलिया स्थित अखबार द एज ने उनके हवाले से कहा कि मैंने सब कुछ छोड़ दिया और भागने की कोशिश की, लेकिन ध्यान में आया कि मैं तो विकलांग हूं. मैं ठीक से नहीं चल सकता, मेरे दोनों पैर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. पानी में डूबने के बाद मैं बस तैरता रहा और आने वाली बड़ी लहरों से घिर गया. यह मेरे दिमाग में रहा कि अगर मैं किसी पेड़ या किसी चीज से चिपक सकता हूं और अगर कुछ होता है तो मैं अपनी जान गंवा सकता हूं. पेड़ पर रहने से कम से कम मुझे खोजा तो जा सकता हैं और मेरे शव को तो परिवार वाले देख सकते हैं. 

फोलाऊ ने कहा कि आखिरकार 27 घंटे से अधिक समय तक तैरकर रविवार की देर शाम टोंगा टापू के मुख्य द्वीप पर पहुंच गए. अटाटा द्वीप टोंगा की राजधानी नुकु'आलोफ़ा से 8 किमी (5 मील) उत्तर-पश्चिम में है. बता दें कि प्रशांत द्वीप देश में शनिवार को हंगा टोंगा-हंगा हाआपाई ज्वालामुखी के विस्फोट के बाद व्यापक विनाश देखा गया. 

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