सऊदी अरब के सबसे ताकतवर शख्‍स की कर रहा था जासूसी, Twitter का पूर्व कर्मचारी दोषी
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सऊदी अरब के सबसे ताकतवर शख्‍स की कर रहा था जासूसी, Twitter का पूर्व कर्मचारी दोषी

Twitter: सऊदी अरब के एक नागरिक को विदेशी सरकार के अवैध एजेंट होने, मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी व कई अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने में दोषी ठहराया गया. इस एजेंट ने ट्विटर में काम करने के दौरान वहां से यूजर्स का काफी डेटा चुराया था. वह सऊदी प्रिंस के अलावा कई और अधिकारियों के लिए जासूसी करता था.

डेटा लीक करने के बाद 2015 में छोड़ दी ट्विटर की नौकरी

Former Twitter Employee has been Found Guilty of Spying: दुनिया के सबसे रईस आदमी एलन मस्क ट्विटर की पॉलिसी को लेकर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. इसी वजह से उन्होंने ट्विटर की डील भी कैंसल कर दी. मामला कोर्ट में है, लेकिन इस बीच एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने फिर ट्विटर की पॉलिसी और यूजर्स के डेटा सेफ्टी पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल, ट्विटर के एक पूर्व कर्मचारी अहमद अबूअम्मो को सऊदी क्राउन प्रिंस, प्रिंस के करीबी सहित अन्य सऊदी अधिकारियों के लिए जासूसी करने का दोषी पाया गया है. मंगलवार को इस सऊदी नागरिक को विदेशी सरकार के अवैध एजेंट होने, मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी व कई अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने में दोषी ठहराया गया.

इतनी कीमत पर बेचा यूजर्स का डेटा

अमेरिकी अभियोजक कॉलिन सैम्पसन के अनुसार, अहमद ने बड़ी संख्या में ट्विटर यूजर्स की जानकारी करीब 1 लाख डॉलर कैश और 40 हजार डॉलर की घड़ी के बदले सऊदी क्राउन प्रिंस के किसी करीबी को बेची थी. वह उन लोगों की जानकारी सऊदी सरकार को देथा था जो सरकार की आलोचना करते थे. कुछ समय पहले तक इस ट्विटर कर्मचारी के पास कंपनी के लगभग सभी यूजर्स की जानकारी थी. रिपोर्ट के मुताबिक, जूरी ने इस मामले में सुनवाई के बाद निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तीन दिनों तक विचार-विमर्श किया. इसके बाद कोर्ट ने अहमद को 11 आरोपों में से 6 पर दोषी पाया, जबकि बाकी से बरी कर दिया. कथित तौर पर, अभियोजन पक्ष का मानना ​​​​है कि अहमद और उसके एक साथी कर्मचारी अली अलज़बाराह को सऊदी अधिकारियों ने 2014 में मोल्स के रूप में कार्य करने और शासन के लिए महत्वपूर्ण जानकारी खोजने के लिए काम पर रखा था.

डेटा लीक करने के बाद 2015 में छोड़ी नौकरी 

आपको बता दें कि जिस वक्त इस आरोपी कर्मचारी के पास यूजर्स डेटा का एक्सेस था, उस वक्त ट्विटर पर यूजर्स की ईमेल आईडी, जन्म तिथि,  फोन नंबर और निजी डेटा आदि दिखता था. अपना अपेक्षित कार्य पूरा करने के बाद, अहमद ने 2015 में ट्विटर छोड़ दिया और सिएटल में अमेजॉन में जॉइन किया. हालांकि अहमद के वकील एंजेला चुआंग ने तर्क दिया कि यह अहमद को फंसाने की एक साजिश थी और अगर अभियोजक किसी के पीछे जाना चाहते थे, तो उन्हें अली अलज़बारा को पकड़ना चाहिए. क्योंकि वह संयुक्त राज्य अमेरिका से भाग गया था,

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