ट्रंप के भाषण पर टिप्पणी करते हुए दुजारिक ने कहा कि महासचिव को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान को राजनीतिक समाधान खोजने में मदद करेगा जिससे देश में शांति आएगी.
Trending Photos
संयुक्त राष्ट्र: पाकिस्तान को आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव इन पनाहगाहों को नष्ट करने में यदि पाकिस्तान चाहें तो उसकी मदद करने के लिए तैयार हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा, ‘‘सिद्धांत के तौर पर महासचिव किन्हीं भी दो पक्षों के लिए हमेशा उपलब्ध है जो इसकी मदद चाहते हों. लेकिन यह सिर्फ सिद्धांत की बात है.’’ डुजारिक से पूछा गया था कि क्या महासचिव एंतोनियो गुतारेज पाकिस्तान में आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों को नष्ट करने में मदद की पेशकश कर सकते हैं.
डुजारिक ने ट्रंप के भाषण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि महासचिव को यह उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय एक साथ आएगा और अफगानिस्तान को ऐसा राजनीतिक हल तलाशने में सहायता करेगा जो कि देश में शांति लाए.’’ उन्होंने कहा कि एकतरफ तो महासचिव कार्यालय उपलब्ध है, यदि उसकी मांग की जाए तो ,वहीं संयुक्त राष्ट्र का पूरा ध्यान ‘‘अफगानिस्तान में वर्तमान संकट का राजनीतिक हल तलाश करने और दशकों तक कष्ट झेलने वाले अफगानिस्तान की जनता की सहायता करने में है.’’
ट्रंप के भाषण पर टिप्पणी करते हुए दुजारिक ने कहा कि महासचिव को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान को राजनीतिक समाधान खोजने में मदद करेगा जिससे देश में शांति आएगी. उन्होंने कहा, ‘‘और यह निश्चित रूप से संयुक्त राष्ट्र और वहां संयुक्त राष्ट्र के मिशन के समर्थन और प्रयासों के माध्यम से संभव है.’’ ट्रंप ने आतंकवादी संगठनों को सहायता देने के लिए पाकिस्तान की निंदा की और इस तरह की हरकत जारी रखने पर उसे अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है.
'पाकिस्तान को घोषित किया जाए आतंकवाद प्रायोजक देश, छीना जाए गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा'
पाकिस्तान के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नये सख्त रुख की सराहना करते हुए शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने मांग की है कि पाकिस्तान को 'आतंकवाद का प्रायोजक दे' घोषित किया जाए और गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा उससे वापस लिया जाए ताकि उस पर आतंकवादी समूहों को समर्थन देना बंद करने का दबाव बनाया जा सके. आतंकवादी समूहों का समर्थन करने और अपनी सरजमीं पर उन्हें पनाहगाह मुहैया कराने के लिये राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार (22 अगस्त) को पाकिस्तान की निंदा की थी.
पाकिस्तान को लेकर यह निंदा ट्रंप के उस भाषण का हिस्सा थी जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान में 16 वर्ष से जारी युद्ध के खात्मे और व्यापक दक्षिण एशिया क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता लाने के लिये अमेरिका की नयी रणनीति की जानकारी दी थी. कांग्रेस सदस्य टेड पोए ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप का भाषण अमेरिकी नीति में सकारात्मक बदलाव दिखाता है, लेकिन यह महज शब्दों तक सीमित नहीं रहना चाहिए. अगर पाकिस्तान उन आतंकवादियों की मदद करना बंद नहीं करता है जिनके हाथ अमेरिकियों के खून से रंगे हैं, तो हमें पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता पूरी तरह से रोक देनी चाहिए, गैर-नाटो सहयोगी का उसका दर्जा वापस ले लेना चाहिए और पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करना चाहिए.’’
कांग्रेस सदस्य केविन क्रैमर ने भी पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिये ट्रंप की तारीफ की. सीनेट इंडियन कॉकस के सह अध्यक्ष सीनेटर जॉन कॉर्निन ने कहा कि पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन ने आतंकवादियों को पनाह मुहैया कराने के लिये कभी भी पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया.