अमेरिका का आरोप, 2013 समझौते के बावजूद नए रासायनिक हथियार बना रहा है सीरिया
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अमेरिका का आरोप, 2013 समझौते के बावजूद नए रासायनिक हथियार बना रहा है सीरिया

अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार पर आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में हुए समझौते के बावजूद वे नए तरीके के रासायनिक हथियार बना रहे हैं और उसका प्रयोग कर रहे हैं.

अमेरिका रासायनिक हथियारों का प्रयोग करने वालों को जवाबदेह ठहराने के लिए नए तरीके तलाश रहा है

वॉशिंगटन: अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार पर आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में हुए समझौते के बावजूद वे नए तरीके के रासायनिक हथियार बना रहे हैं और उसका प्रयोग कर रहे हैं. अमेरिका ने दुनिया के अन्य देशों से इस पर रोक लगाने के तरीके खोजने की बात कही है. प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों के खिलाफ अतिरिक्त सैन्य कार्रवाई और असद को सजा देने की बात से इनकार नहीं किया है.

  1. अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने सीरिया राष्ट्रपति पर लगाया आरोप
  2. 'समझौते के बाद भी रासायनिक हथियार का प्रयोग कर रहा है सीरिया'
  3. 'असद ने रासायनिक हथियारों का एक जखीरा छुपा कर रखा होगा'

असद ने रासायनिक हथियारों का एक जखीरा छुपा कर रखा

उन्होंने जोर दिया कि अमेरिका रासायनिक हथियारों का प्रयोग करने वालों को जवाबदेह ठहराने के लिए नए तरीके तलाश रहा है और इस दिशा में वह रूस और असद का संरक्षण करने वालों से सहयोग चाहता है ताकि ऐसे हमले बंद करने के लिए दबाव बनाया जा सके.

अमेरिकी अधिकारियों ने इस खतरे के संबंध में चेतावनी देते हुए कहा कि संभवत: वर्ष 2013 के समझौते के बाद भी असद ने रासायनिक हथियारों का एक जखीरा छुपा कर रखा होगा और उसकी सूचना नहीं दी होगी. हाल में हुए कथित हमलों के बाद जुटाई गई जानकारी से ऐसा लगता है कि 2013 के बाद भी असद के पास रासायनिक हथियारों की निर्माण क्षमता बरकरार रही, जबकि समझौते के तहत ऐसा करने पर प्रतिबंध था.

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गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका ने सीरिया को रासायनिक हथियारों का दोबारा इस्तेमाल करने की स्थिति में गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी. अमेरिकी की ओर से कहा गया था कि, ‘यदि वे रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें बेहद भारी कीमत चुकानी होगी.’

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