गाजा में हिंसा के लिए अमेरिका ने हमास को बताया जिम्मेदार, इजरायली गोलीबारी में गई थी 55 की जान
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गाजा में हिंसा के लिए अमेरिका ने हमास को बताया जिम्मेदार, इजरायली गोलीबारी में गई थी 55 की जान

अमेरिका ने गाजा में फिर हुई हिंसा के लिए फिलिस्तीनी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया है, जहां यरूशलम में अमेरिका के नए दूतावास के विरोध में इजरायली गोलीबारी में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.

इजरायल के साथ लगे गाजा पट्टी सीमा पर फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारी. (Reuters/15 May, 2018)

वॉशिंगटन: अमेरिका ने गाजा में फिर हुई हिंसा के लिए फिलिस्तीनी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया है, जहां यरूशलम में अमेरिका के नए दूतावास के विरोध में इजरायली गोलीबारी में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव राज शाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम गाजा में आज हिंसा जारी रहने की खबरों से अवगत हैं. इन दुखद मौतों के लिए हमास जिम्मेदार है. हमास ने जानबूझकर इस प्रतिक्रिया को भड़काया है.’’ शाह ने व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि जैसा अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि इजरायल को बचाव का अधिकार है. 

  1. गाजा हिंसा में मारे गए 55 फिलिस्तीनियों के लिए US ने हमास को बताया जिम्मेदार.
  2. प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास को यरूशलम ले जाने का विरोध कर रहे थे.  
  3. अमेरिका ने कहा कि इजरायल को बचाव का अधिकार है.

वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) गाजापट्टी सीमा पर फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली सेना के बीच हिंसक झड़पों पर संज्ञान लेते हुए आपात बैठक बुलाने जा रहा है. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में यूएन में फिलीस्तीन के स्थाई पर्यवेक्षक रियाद मंसूर ने कहा कि यह बैठक संभावित रूप से अगले 24 घंटों के भीतर होगी. मंसूर ने कहा, "हम इजरायली सेना द्वारा नागरिकों पर बलप्रयोग की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं."

यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खुला, इजरायली सेना के साथ संघर्ष में मारे गए 55 फिलिस्तीनी

उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने सोमावर (14 मई) को तेल अवीव से अपना दूतावास स्थानांतरित कर यरूशलम में खोल दिया. अमेरिका के इस कदम से भड़के फिलिस्तीनी लोग इजरायली सैनिकों से भिड़ गए और इस दौरान इजरायली बलों की गोलीबारी में गाजा में कम से कम 55 लोग मारे गए. यह 2014 के बाद से सबसे भीषण हिंसा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यरूशलम को इजरायल की औपचारिक राजधानी के रूप में मान्यता देने के विवादास्पद कदम के तहत तेल अवीव से अपना दूतावास वहां स्थानांतरित करने की दिसंबर में घोषणा की थी.

गाजा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे फिलिस्तीनी लोग इजरायली बलों से भिड़ गए. इसमें कम से कम 55 प्रदर्शनकारी मारे गए. गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक इजरायली गोलीबारी में 52 लोग मारे गए हैं और लगभग 2,771 अन्य घायल हुए हैं. इनमें कम से कम 200 लोग 18 साल से कम उम्र के तथा 11 पत्रकार शामिल हैं. फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और इजरायली सैनिकों पर पथराव किया.

फिलिस्तीन ने इजरायल पर लगाया ‘भयानक कत्लेआम’ का आरोप
राष्ट्रपति महमूद अब्बास की पार्टी फतह के नेतृत्व वाले एवं वेस्ट बैंक के रामल्ला शहर स्थित फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने मरने वालों की संख्या बढ़ने पर इजरायल पर ‘‘भयानक कत्लेआम’’ का आरोप लगाया. फिलिस्तीन सरकार के प्रवक्ता यूसुफ अल महमूद ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि ‘‘इजरायली बलों द्वारा गाजा में हमारे नायक लोगों का भयानक कत्लेआम किए जाने’’ की ओर तत्काल ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है.

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