मिसाइल टेस्ट: उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध के लिए अमेरिका ने बुलाई UNSC की बैठक
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मिसाइल टेस्ट: उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध के लिए अमेरिका ने बुलाई UNSC की बैठक

सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा कि इससे तीन हफ्ते पहले भी उत्तर कोरिया की एक मिसाइल जापान के ऊपरी गुजरी थी और करीब दो हफ्ते पहले उत्तर कोरिया ने अपना छठा एवं सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण किया था.

उत्तर कोरिया ने 15 सितंबर को उत्तरी जापान के ऊपर एक मध्यम दूरी की मिसाइल दागी. (फाइल फोटो)

संयुक्त राष्ट्र: राजनयिकों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जनसंहार के हथियारों के प्रसार से खतरे पर बृहस्पतिवार (21 सितंबर) को एक मंत्रीस्तरीय बैठक करेगा. बैठक में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लागू करने पर भी ध्यान केन्द्रित होगा. अमेरिका ने बैठक बुलाई है जो सालाना महासभा के दौरान होगी. बैठक पर एक अमेरिकी विचार नोट में कहा गया है, ‘‘बैठक का उद्देश्य सुरक्षा परिषद में दुनिया के सर्वाधिक खतरनाक हथियारों के प्रसार पर रोक लगाने के लिए स्वीकार किये गये प्रस्तावों के क्रियान्वयन के तौर तरीकों पर चर्चा है.’’ इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण को ‘‘बेहद उकसावपूर्ण’’ बताते हुए उसकी कड़ी निंदा की और मांग की कि वह इस तरह की ‘‘भड़काऊ’’ कार्रवाइयों पर तुरंत रोक लगाए.

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार (15 सितंबर) को प्योंगयांग से उत्तरी जापान के ऊपर एक मध्यम दूरी की मिसाइल दागी. इसे लेकर सुरक्षा परिषद ने शनिवार (16 सितंबर) को प्रतिक्रिया दी. सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा कि इससे तीन हफ्ते पहले भी उत्तर कोरिया की एक मिसाइल जापान के ऊपरी गुजरी थी और करीब दो हफ्ते पहले उत्तर कोरिया ने अपना छठा एवं सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण किया था.

सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक के बाद एक बयान में कहा, ‘‘सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने इन प्रक्षेपणों की कड़ी निंदा की, भड़काऊ कार्रवाइयों के लिए उत्तर कोरिया की निंदा की और उससे इस तरह की सभी कार्रवाइयां तत्काल रोकने की मांग की.’’ जापान और अमेरिका के अनुरोध पर सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलायी गयी थी. 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने जोर देते हुए कहा कि ये कार्रवाइयां ना केवल क्षेत्र के लिए बल्कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य राष्ट्रों के लिए खतरा हैं. इससे पहले इस हफ्ते सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध कड़े करने, उसके कपड़ों के निर्यात पर रोक लगाने तथा ईंधन की आपूर्ति को सीमित करने पर सहमत हो गया था.

किम जोंग की चेतावनी, उत्तर कोरिया को आँख दिखाने की कोशिश न करे अमेरिका

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शनिवार (16 सितंबर) को अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि सैन्य ताकत के लिहाज से वह लगभग अमेरिका के ‘‘बराबर’’ पहुंच गया है और वह उत्तर कोरिया को आंख दिखाने की कोशिश ना करे. साथ ही किम ने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया. किम ने कहा कि देश ‘‘व्यापक’’ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद भी परमाणु हथियारों का निर्माण लगभग पूरा कर चुका है. उन्होंने सभी ‘सरकारी एजेंसियों’ से कहा कि वह इस लक्ष्य को हासिल करने के प्रयास करें और ‘‘अमेरिका पर जवाबी हमला करने के लिए एक ऐसी परमाणु क्षमता का निर्माण करें जिससे वह कभी उबर न पाए.’’

एजेंसी ने किम के हवाले से कहा, ‘‘पूरे विश्व ने माना है कि संयुक्त राष्ट्र के तमाम प्रतिबंधों के बाद भी हमने ये सभी उपलब्धियां हासिल की हैं.’’ उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने शनिवार (16 सितंबर) को किम के हवाले से एक बयान में यह बात कही. यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाओं के प्योंगयांग से किए एक और मिसाइल प्रक्षेपण करने का पता लगाने के एक दिन बाद आया है.

इस मिसाइल ने करीब 3,700 किलोमीटर की दूरी तय की और उत्तरी प्रशांत सागर में गिरने से पहले जापान के ऊपर से होकर गुजरी. अभी तक जिन बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, उनमें से इस मिसाइल ने जमीन के ऊपर से सर्वाधिक दूरी तय की थी. उत्तर कोरिया ने 29 अगस्त को मध्यम दूरी वाली ह्वासोंग-12 मिसाइल का परीक्षण करने की पुष्टि भी की थी, जो जापान के मुख्य द्वीपसमूहों के ऊपर से होकर गुजरी थी.

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