अमेरिका और चीन के बीच तनाव, ट्रंप ने की ये पहल
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अमेरिका और चीन के बीच तनाव, ट्रंप ने की ये पहल

अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस इस सप्ताह चीन के पहले दौरे पर जाएंगे. यह दौरा दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव लेकिन उत्तर कोरिया के साथ परमाणु हथियार मुद्दे पर बातचीत में बीजिंग के समर्थन की जरूरत के बीच हो रहा है. 

बीजिंग के दौरे पर मैटिस चीन के वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.(फाइल फोटो)

एल्सन एयरफोर्स बेस (अमेरिका): अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस इस सप्ताह चीन के पहले दौरे पर जाएंगे. यह दौरा दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव लेकिन उत्तर कोरिया के साथ परमाणु हथियार मुद्दे पर बातचीत में बीजिंग के समर्थन की जरूरत के बीच हो रहा है. मैटिस ने सोमवार(25 जून) को संवाददाताओं से कहा कि चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर के विवादित द्वीपों पर हथियार तैनाते किये हैं और वह प्रशांत महासागर में अपनी सैन्य शक्ति दिखाने का प्रयास कर रहा हैं , ऐसे में वह चीन की रणनीतिक महत्वाकांक्षाओं के संबंध में गौर करना चाहते हैं.

हालांकि चीन, दक्षिण कोरिया और जापान की चार दिन की यात्रा पर पेंटागन प्रमुख को उत्तर कोरिया द्वारा अपने परमाणु हथियार छोड़ने के लिए उस पर दबाव बनाने की चीन की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने की आशा भी है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जांग उन ने जून की शुरुआत में सिंगापुर में ऐतिहासिक बातचीत की थी. मंगलवार से गुरुवार तक के बीजिंग के दौरे पर मैटिस चीन के वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. 

चीन का अमेरिका पर पलटवार, ट्रंप के टैरिफ के जवाब में लगाया 25 प्रतिशत शुल्क
चीन ने ‘जैसे-को-तैसा’ की तर्ज पर 50 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की 16 जून को घोषणा की. अमेरिका ने शुक्रवार को 50 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी. इसी के साथ दुनिया की इन दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड वार चरम पर पहुंच गया है. यह एक तरह से व्यापारिक युद्ध की शुरुआत हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बौद्धिक संपदा की चोरी और अनैतिक व्यापारिक गतिविधियों का हवाला देकर चीन से आयातित 50 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी. चीन ने जवाबी कदम की चेतावनी दी थी.

अतिरिक्त शुल्क 6 जुलाई से प्रभावी होगा
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी की तरफ से कहा गया कि चीन की सरकार ने 50 अरब डॉलर के 659 अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का निर्णय किया है. सरकार ने उन उत्पादों की सूची भी जारी की है जिनपर ये अतिरिक्त शुल्क लगेंगे. चीन के सीमा शुल्क आयोग ने जारी बयान में कहा कि 34 अरब डॉलर के 545 अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क 6 जुलाई से प्रभावी होंगे. इनमें कृषि उत्पाद और वाहन आदि शामिल हैं.

शेष 114 उत्पादों जिनमें रासायनिक उत्पाद, चिकित्सकीय उपकरण और ऊर्जा उत्पाद शामिल हैं, उन पर शुल्क लगाने की तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी. अमेरिका ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि 6 जुलाई से 34 अरब डॉलर के चीनी उत्पाद पर अतिरिक्त शुल्क लगेंगे और शेष 16 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगाने के बारे में अभी समीक्षा की जाएगी.

गौरतलब है कि ट्रंप ने चीन द्वारा बदले की कार्रवाई करते हुए कदम उठाने पर अतिरिक्त 100 अरब डॉलर के चीनी उत्पाद पर भी शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी. चीन के एक अधिकारी ने बताया कि चीन ने अमेरिका के इस बयान का संज्ञान लिया है. चीन इस बारे में जवाबी कदम उठाने का अपना अधिकार सुरक्षित रखता है.

ट्रंप ने सबसे पहले मार्च में कहा था कि अमेरिका चीन के 50 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगाएगा. चीन द्वारा जवाबी कार्रवाई की चेतावनी के बाद ट्रंप ने चीन के 100 अरब डॉलर के अतिरिक्त उत्पादों पर शुल्क लगाने की बात की थी. बाद में मई के मध्य में दोनों देशों ने इसके बारे में बातचीत शुरू की थी. हालांकि महज 10 ही दिन बाद अमेरिका ने कहा था कि वह शुल्क लगाएगा.

इनपुट भाषा से भी 

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