Trump on H1b Visa: 20 जनवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा डोनाल्ड ट्रंप कई मामलों में अभी से बेहद सख्त रवैया अपना रहे हैं, लेकिन H1B वीजा मामले में उन्होंने रुख बदल दिया है.
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H1B Visa: राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि वे एच-1बी वीजा में विश्वास करते हैं, साथ ही उन्होंने योग्य पेशेवरों के विरोध को लेकर चल रही खबरों को खारिज कर दिया है. ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा है, "यह एक शानदार कार्यक्रम है. मुझे हमेशा से वीजा पसंद रहे हैं, मैं हमेशा से वीजा के पक्ष में रहा हूं. इसलिए हमारे पास ये हैं."
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मेरे पास खुद कई H1B वीजा धारक लोग
ट्रंप ने अखबार से कहा, "मेरी संपत्तियों पर कई एच-1बी वीजा धारक लोग हैं. मैं एच-1बी में विश्वास करता रहा हूं. मैंने इसका कई बार इस्तेमाल किया है." ट्रंप ने इमिग्रेशन सिस्टम में सुधार का समर्थन किया है ताकि इसे योग्यता के अनुरूप ढाला जा सके. कनाडा या ऑस्ट्रेलिया की तरह एक अंक प्रणाली को अपनाया जा सके जो शैक्षणिक और रोजगार योग्यताओं को महत्व देती है.
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स्टूडेंट को लेकर भी दी खुशखबरी
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों से स्नातक करने वाले विदेशी छात्रों को उनके डिप्लोमा के साथ ग्रीन कार्ड मिले. उन्होंने ने कहा, "मैं जो करना चाहता हूं और जो मैं करूंगा, वह यह है कि आप कॉलेज से स्नातक हों, मुझे लगता है कि आपको अपने डिप्लोमा के हिस्से के रूप में इस देश में रहने में सक्षम होने के लिए स्वचालित रूप से ग्रीन कार्ड मिलना चाहिए. "
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ट्रंप के वफादार ने किया था विरोध
एच-1बी वीजा और उच्च योग्यता वाले व्यक्तियों के आव्रजन पर मतभेद ट्रंप तब उभरा जब उन्होंने एक भारतीय अप्रवासी श्रीराम कृष्णन को अपना एआई सलाहकार नियुक्त किया. सबसे पहले हमला लॉरा लूमर ने विरोध में आवाज उठाई. जिन्हें ट्रंप के वफादारों में से एक माना जाता है. उन्होंने मस्क के एक्स पर पोस्ट किया, "श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति को देखकर बहुत परेशान हूं." लॉरा ने दावा किया कि कृष्णन ग्रीन कार्ड की संख्या पर सभी पाबंदी हटाने की ख्वाहिश रखते हैं.
डेविड सैक्स, जिन्हें ट्रंप ने क्रिप्टो और एआई जार का नाम दिया है और जो कृष्णन के बॉस होंगे, ने एक्स पर बताया कि उन्होंने केवल उन ग्रीन कार्डों की सीमा को हटाने का सुझाव दिया था जो अलग-अलग देशों को दिए जा सकते हैं, जबकि समग्र सीमा को बनाए रखा ताकि ग्रीन कार्ड उन लोगों को वितरित किए जा सकें जिनके पास बहुत अधिक बैकलॉग हैं. जब कृष्णन के खिलाफ व्यक्तिगत हमले और झूठे आरोप लगे तो सैक्स फिर से उनके बचाव में आए और एक्स पर लिखा कि "झूठ बस बदल गया, जिसमें उन पर कुछ हमले भी शामिल थे."
मस्क ने कहा टैलेंट को तवज्जो देना जरूरी
मस्क ने एक्स पर पोस्ट किया, "मैं अमेरिका में इतने सारे महत्वपूर्ण लोगों के साथ हूं, जिन्होंने स्पेसएक्स, टेस्ला और सैकड़ों अन्य कंपनियों का निर्माण किया, जिन्होंने अमेरिका को मजबूत बनाया, इसका कारण एच-1बी है." उन्होंने चेतावनी दी कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित किए बिना अमेरिका हार जाएगा. उन्होंने एक्स पर लिखा, "उत्कृष्ट इंजीनियरिंग प्रतिभा की स्थायी कमी है. यह सिलिकॉन वैली में मूलभूत सीमित कारक है. यदि आप दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को दूसरे पक्ष के लिए खेलने के लिए मजबूर करते हैं तो अमेरिका हार जाएगा और आलोचकों को चुनौती देते हुए पूछा कि क्या वे अमेरिका को जीतते या हारते देखना चाहते हैं.'' बता दें कि एच-1बी वीजा पाने वालों में सबसे ज्यादा 72.3 फीसदी भारतीय हैं. (आईएएनएस)