'अमेरिका मदद का हकदार नहीं है पाकिस्तान, ओसामा बिन लादेन को ढूंढ़ने में भी नहीं की मदद'
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'अमेरिका मदद का हकदार नहीं है पाकिस्तान, ओसामा बिन लादेन को ढूंढ़ने में भी नहीं की मदद'

सीनेटर ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को ढूंढ़ने में भी हमारी मदद नहीं की जबकि वह कई वर्ष से उनके ही एक शहर में रह रहा था.

रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल. (फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष सीनेटर ने घोषणा की है कि वह पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता बंद कराने के लिए एक विधेयक लायेंगे क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग नहीं करने के कारण पाकिस्तान अमेरिकी मदद पाने का हकदार नहीं है. ट्रम्प प्रशासन द्वारा पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता पर रोक लगाने की घोषणा किए जाने के बाद रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल ने कहा, ‘‘पाकिस्तान को सहायता बंद करने के लिये आगामी दिनों में मैं एक विधेयक लाने जा रहा हूं. मेरा विधेयक यह होगा कि पाकिस्तान को सहायता के नाम पर दिये जाने वाले धन को अपने देश में सड़कों एवं पुलों के निर्माण के लिये बुनियादी ढांचा कोष में रखा जाये.’’

  1. अमेरिका ने पाकिस्तान को मिलने वाली 1.15 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा राशि पर रोक लगाई. 
  2. रक्षा मंत्री मैटिस ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 90 करोड़ डॉलर पर भी लगाई रोक.
  3. पाकिस्तान पर तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी समूहों को पनाह देने का आरोप.

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को उन देशों को फूटी कौड़ी नहीं देनी चाहिए जो हमारे देश के झंडे को जलाते हैं और ‘अमेरिका का नाश हो’ के नारे लगाते हैं. पाकिस्तान जैसे देश जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण सूचना तक पहुंच बनाने में सहयोग नहीं करते हैं, वे हमारा धन पाने के हकदार नहीं हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘अब हमें अपने करदाताओं की मेहनत की कमाई पाकिस्तान को देने पर लगाम लगानी होगी. हमने वर्ष 2002 से पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की राशि भेजी है और इससे हमें क्या मिला? पाकिस्तान ने यहां तक कि ओसामा बिन लादेन को ढूंढ़ने में भी हमारी मदद नहीं की जबकि वह कई वर्ष से उनके ही एक शहर में रह रहा था.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद जिस व्यक्ति ने हमें लादेन की सूचना दी थी, उसे उन्होंने जेल में डाल दिया.’’ पॉल ने कहा कि उन्होंने अपने देश से संदिग्ध आतंकवादियों को गतिविधि करने की अनुमति दी. कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंट असल में उन्हें धन मुहैया कराते हैं और उनकी सहायता करते हैं. यह गलत है. केंटुकी के सीनेटर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता रोकने का आह्वान किया है.

आतंकियों को पनाह देने से बाज नहीं आया पाकिस्तान, अमेरिका ने रोकी 1.15 अरब डॉलर से अधिक की मदद

अमेरिका ने पाकिस्तान पर अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी समूहों को पनाह देने के साथ ही इनके खिलाफ ‘निर्णायक कार्रवाई’ करने में दिलचस्पी नहीं दिखाने का आरोप लगाते हुए उसको दी जाने वाली 1.15 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता राशि पर शुक्रवार (5 जनवरी) को रोक लगा दी है. पाकिस्तान को मिलने वाली सहायता पर रोक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नववर्ष पर किए उस ट्वीट के बाद लगाई गई जिसमें उन्होंने (ट्रंप ने) पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि पिछले 15 वर्षों में 33 अरब डॉलर की सहायता राशि के बदले में उसने अमेरिका को सिर्फ ‘झूठ और छल’ दिया है साथ आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह दी है.

इस राशि में प्रमुख रूप से वित्त वर्ष 2016 के लिए विदेशी सैन्य अनुदान (एफएमएफ) में दिए जाने वाले 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की राशि शामिल हैं, जिसे कांग्रेस ने अनिवार्य बना दिया था. इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017 के लिए पाकिस्तान को दी जाने वाली गठबंधन सहायता निधि (सीएसएफ) 90 करोड़ डॉलर पर भी रोक लगा दी है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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