VIDEO: न्यूजीलैंड आतंकी हमले के पीड़ितों की याद में लोगों ने भावुक होकर किया खास ‘डांस’
Advertisement
trendingNow1507599

VIDEO: न्यूजीलैंड आतंकी हमले के पीड़ितों की याद में लोगों ने भावुक होकर किया खास ‘डांस’

न्यूजीलैंड में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए वहां के लोगों ने हाका लोकनृत्य किया. 

न्यूजीलैंड में बड़ी संख्या में लोग आतंकी हलमे में पीड़ितों को फूल और कार्ड दे कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं.  (फोटो: IANS)

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड जैसे देश में हुए आतंकी हमला होने के बाद दुनिया भर से हमले में मारे गए परिजनों और घायलों के लिए सहानुभूति और प्रार्थनाएं हो रही है. 15 मार्च को हुए इस हमले में बंदूकधारियों ने न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर 50 लोगों की हत्या कर दी और अनेक लोगों को घायल कर दिया. इस हत्याकांड ने दुनिया भर को इस लिए दो वजहों से सकते में डाल दिया. एक तो न्यूजीलैंड जैसा देश आतंकवाद से अभी तक एक तरह से अछूता ही रहा है. दूसरा यह हमला मुस्लिमों पर हुआ है वह भी मस्जिद के अंदर जहां इस्लामिक कट्टरपंथ का नामोनिशान तक नहीं है. इसके बावजूद दुनिया भर में क्राइस्टचर्च में हुए. हमले को आतंकवादी घटना करार दिया जा रहा है.

परंपारगत माओरी नृत्य से दी श्रद्धांजलि
ऐसे में सदमें डूबे न्यूजीलैंड के लोगों ने अपने परंपरागत डांस के जरिए क्राइस्टचर्च हमले के पीड़ितों के लिए अपनी भावनाएं जाहिर कर दुःख की घड़ी में उनके साथ होने संदेश दिया. न्यूजीलैंड के लिए एकता के भाव से भरे इस संदेश में न्यूजीलैंड के लोगों के एक समूह ने न्यूजीलैंड का मशहूर हाका नृत्य यहां की सड़कों पर किया. वे अपने साथ श्रद्धांजलि के फूल भी लाए थे. 

हाका न्यूजीलैंड के मूल निवासी माओरी समुदाय के लोगों का परम्परागत संस्कृतिक समूह नृत्य है. इस नृत्य में काफी जोश से भरी आवाजें और हावभावों का प्रयोग होता है. इसे बड़े अवसरों, कार्यक्रमों और अंतिम संस्कार जैसे समारोह तक में प्रस्तुत किया जाता है. 

क्या है हाका नृत्य
हाका एक पुराना युद्ध नृत्य है जो कि परंपरागत रूप से युद्ध के मैदानों में किया जाता था. इसके अलावा जब अलग- अलग समूह शांति होने पर निकट आते हैं तब भी यह नृत्य किया जाता था. यह माओरी जनजाति का गर्व, शक्ति और एकता को प्रदर्शति करने का एक उग्रता प्रदर्शित करता है. इसकी सबसे खास बात आक्रामकता है जो कि इसमें पैर पटकने के भंगिमा, ऊंची आवाजें, आदि प्रमुखता से झलकती है. इसके शब्दों में पूर्वजों और जनजाति की ऐतिहासकि घटनाओं का वर्णन होता है. आज यह सामूहिक नृत्य माओरी उत्सवों और अथितियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रमों में किए जाते हैं. इसमें पारिवारिक उत्सव जैसे जन्मदिन और शादी भी शामिल हैं. आधुनिक युग में हाका खेल के मैदान में विरोधियों को चुनौती देने केलिए किया जाता है. न्यूजीलैंड में रग्बी मैच के पहले यह नृत्य भी किया जाता है. यह दुनिया के बाकी नृत्यों की तरह सौम्य न हो कर एक उग्र अभिव्यक्ति करने वाला नृत्य है.

इस हमले को दुनिया में नफरत की भावना फैलाने वाली घटना के तौर पर लिया जा रहा है. इस हमले में हमलावर के पास एक घोषणापत्र था जिसमें उनके इरादे लिखे थे जिसमें उसने खुद को 28 साल का चरम दक्षिणपंथी और आव्रजन विरोधी विचारधारा का ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बताया था. वहीं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मैरिसन ने भी पुष्टि करते हुए कहा है कि हमलावर ऑस्ट्रेलियाई नागरिक एक चरमपंथी और अति दक्षिणपंथी आतंकी है.

यह भी पढ़ें:  न्यूजीलैंड: दक्षिण प्रशांत का देश, जहां मस्जिद पर आतंकी हमले ने किया दुनिया को हैरान

इस घटना की दुनिया भर में निंदा की जा रही है. वहीं न्यूजीलैंड के लोगों में, जिनका इस तरह की किसी भी घटनाओं से कभी कोई वास्ता नहीं रहा, काफी सदमें में हैं. बताया जा रहा है कि हमलावर जिसका की नाम ब्रेटन टैरैंट बताया गया है, उसे जिला न्यायालय में शनिवार को पेश किया गया. टैरेंट को ऑस्ट्रलिया के प्रधानमंत्री ने एक अतिवादी, दक्षिण पंथी, हिंसात्मक आतंकवादी करार दिया था, जोकि उन लोगों को तारीफ करता था जो कि मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा करने और भय का वातावरण बनाने की कोशिश करते थे. 

Trending news