Vivek Ramaswamy: न्यूयॉर्क सिटी में मौजूद एक पाकिस्तानी सरकार के एक होटल के लिए अमेरिकी सरकार भारी भरकम रकम अदा कर रही है. इसकी पोल भारतीय मूल के अमेरिका विवेक रामास्वामी ने खोली है. उन्होंने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए बड़ा हमला बोल दिया है.
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डोनाल्ड ट्रंप अभी सिर्फ अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं, जनवरी में वो पद ग्रहण करेंगे लेकिन उससे पहले ही पाकिस्तान के लिए बुरी खबरें आनी शुरू हो गई हैं. पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख के लिए पहचाने जाने वाले ट्रंप की नई सरकार में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने पाकिस्तान सरकार को बड़ा झटका दिया है. रामास्वामी ने न्यूयॉर्क में मौजूद पाकिस्तान सरकार के 5 स्टार होटल पर निशाना साधते हुए दावा किया कि न्यूयॉर्क शहर ने अवैध अप्रवासियों को रखने के लिए पाकिस्तान सरकार के स्वामित्व वाले एक होटल को लीज पर लेने के लिए 220 मिलियन डॉलर (18 अरब रुपये) का भुगतान किया है.
विवेक रामास्वामी ने जो बाइडेन सरकार के इस कदम को आड़े हाथों लेते हुए इसे 'पागलपन' करार दिया. रामास्वामी और टेस्ला के मालिक एलन मस्क को डोनाल्ड ट्रंप के ज़रिए गवर्नमेंट एफिशिएंसी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन दोनों को हाथों में सरकारी दक्षता में सुधार करने और बेकार के खर्चों पर लगाम लगाने कदम उठाना इन दोनों की जिम्मेदारी होगी. अभी आधिकारिक तौर पर जिम्मेदारी मिली नहीं कि सामास्वामी ने पहले ही बड़ा खुलासा कर सभी को चौंका दिया है.
रामास्वामी ने अपने एक्स हेंडल से लिखा,'अवैध अप्रवासियों को रखने के लिए मैनहट्टन में पूरे रूजवेल्ट होटल को किराए पर देने के लिए न्यूयॉर्क सिटी ने 220 मिलियन डॉलर की अदायगी की है.' उन्होंने आगे लिखा,'रूजवेल्ट होटल का मालिकाना हक पाकिस्तान सरकार के स्वामित्व वाली एयरलाइन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के पास है. रामास्वामी ने इस कदम पागलपन करार दिया है. हालांकि उनकी यह प्रतिक्रिया लेखक जॉन लेफ़ेवर की तरफ से किए गए ट्वीट के बाद आई है.
A taxpayer-funded hotel for illegal migrants is owned by the Pakistani government which means NYC taxpayers are effectively paying a foreign government to house illegals in our own country. This is nuts. https://t.co/Oy4Z9qoX45
— Vivek Ramaswamy (@VivekGRamaswamy) December 1, 2024
इससे पहले लेफ़ेवरे ने अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा'होटल का स्वामित्व पाकिस्तान सरकार के पास है और यह सौदा पाकिस्तान को अपने अंतरराष्ट्रीय ऋण पर चूक से बचने में मदद करने के लिए $1.1 बिलियन के IMF बेलआउट पैकेज का हिस्सा था.' उन्होंने आगे लिखा,'इस शानदार सौदे से पहले होटल 2020 से बंद था. लंबे समय से अधिभोग के साथ संघर्ष कर रहा था और इसे नवीनीकरण की सख्त ज़रूरत थी.'
बता दें कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट के नाम पर इस होटल का नाम रखा गया है. 19 मंजिला यह होटल अब अवैध अप्रवासियों को आश्रय प्रदान करने के लिए न्यूयॉर्क शहर की तरफ से किराए पर लिया गया है. एक जानकारी के मुताबिक इसमें 1,200 से ज्यादा कमरे हैं. न्यूयॉर्क शहर की तरफ से किराए पर दिए जाने से पहले होटल को नवीनीकरण के लिए बंद कर दिया गया था.