43 साल की दुनिया की सबसे उम्रदराज मकड़ी की मौत, इस कीड़े का बनी शिकार
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43 साल की दुनिया की सबसे उम्रदराज मकड़ी की मौत, इस कीड़े का बनी शिकार

अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि मकड़ी की मौत बूढ़े होने की वजह से नहीं हुई बल्कि उसे 'वास्प प्रजाति' के एक कीड़े ने अपना शिकार बना लिये जाने के कारण हुई है.

ट्रैपडुर मकड़ियों का जीवनकाल पांच से 20 वर्ष तक का होता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

सिडनी : दुनिया में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली ज्ञात मकड़ी की 43 साल की उम्र में मौत हो गई. ऑस्ट्रेलिया में जनसंख्या अध्ययन के दौरान लंबे समय से इस मकड़ी पर नजर रखी जा रही थी. पैसिफिक कंजर्वेशन बायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार ट्रैपडुर मकड़ी ने मेक्सिको के तरानतुला मकड़ी के 28 साल तक जीने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. आधिकारिक तौर पर अनुसंधान कार्यकर्ताओं ने इस बात की पुष्टि की है. 

वास्प प्रजाति के कीड़े ने बनाया शिकार
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि मकड़ी की मौत बूढ़े होने की वजह से नहीं हुई बल्कि उसे 'वास्प प्रजाति' के एक कीड़े ने अपना शिकार बना लिये जाने के कारण हुई है. अनुसंधानकर्ताओं ने इस मकड़ी का नाम गणना की दृष्टि से ‘ नंबर 16’ रखा हुआ था. इस मकड़ी की वजह से वैज्ञानिकों को समूचे ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली मकड़ियों के व्यवहार को समझने में मदद मिली.

मनुष्य के लिए खतरा नहीं है मकड़ी
पारंपरिक तौर पर ट्रैपडुर मकड़ियों का जीवनकाल पांच से 20 वर्ष तक का होता है. ये मकड़ियां मनुष्य के लिए खतरा तो नहीं हैं लेकिन इनके काटने से दर्द होता है और संबंधित अंग में सूजन हो जाती है.

​(इनपुटः भाषा)

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