YouTube के इस कदम के बाद, अब उत्तर कोरिया के बारे में जानकारी पाना होगा और मुश्किल
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YouTube के इस कदम के बाद, अब उत्तर कोरिया के बारे में जानकारी पाना होगा और मुश्किल

उत्तर कोरिया के एक सरकारी दुष्प्रचार चैनल पर रोक लगाने के यूट्यूब के फैसले के बाद इस पूर्वी एशियाई देश के बारे में बाहरी दुनिया को जानकारी मिलना और मुश्किल हो गया है. 

यूट्यूब ने लगाई सरकारी चैनल पर रोक (फाइल फोटो-zee)

सोल: उत्तर कोरिया के एक सरकारी दुष्प्रचार चैनल पर रोक लगाने के यूट्यूब के फैसले के बाद इस पूर्वी एशियाई देश के बारे में बाहरी दुनिया को जानकारी मिलना और मुश्किल हो गया है. एक निगरानी समूह ने यह जानकारी दी है. जांचकर्ता अब तक उत्तर कोरिया के रहस्यमयी शासन और परमाणु कार्यक्रम को लेकर जानकारी के लिए सरकार संचालित समाचार संगठनों पर निर्भर रहे हैं. उत्तर कोरिया पहले ही परमाणु कार्यक्रम को लेकर नये प्रतिबंधों का सामना कर रहा है. 

  1. यूट्यूब ने उ. कोरिया के एक सरकारी चैनल पर लगाई रोक
  2. अब उ. कोरिया के बारे में जानकारी पाना होगा मुश्किल
  3. यूट्यूब ने कहा- नियम तोड़ने पर हटाए चैनल के वीडियो

उत्तर कोरिया की जानकारी के लिए एक प्रमुख स्रोत रहा चैनल ‘उरिमिंजोक्किरी’ इस महीने की शुरूआत से बाहरी दुनिया की पहुंच से बाहर हो गया है, क्योंकि अब यूट्यूब ने ‘‘खुले स्रोतों पर आधारित शोधकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वीडियो की आपूर्ति बंद कर दी है. इसका मतलब है कि उत्तर कोरिया में जो हो रहा है, उसके बारे में अब और कम जानकारी मिलेगी.’’ यूट्यूब ने चैनल पर दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए अपने मंच पर उसके वीडियो आदी का प्रसारण रोक दिया है.

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उत्तर कोरिया के विश्लेषण पर केंद्रित ‘38 नॉर्थ’ वेबसाइट पर कल डाले गए एक लेख में मार्टिन विलियम्स ने लिखा है, ‘‘उत्तर कोरिया के प्रति हमारी समझ पहले से ही सीमित है और उत्तर कोरिया की सोच और वहां के जनजीवन की जानकारी देने वाले इन सीमित स्रोतों को बंद करने से देश को लेकर हमारी जानकारी अब और सीमित हो जाएगी.’’

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गौरतलब है कि उत्तर कोरिया की ओर से हो रहे परमाणु और अन्य मिसाइल परिक्षण को लेकर दुनियाभर के देशों ने चिंता जाहिर की है. वहीं अमेरिका ने उत्तर कोरिया को इस तरह के परिक्षण बंद नहीं करने पर भारी कीमत चुकाने की धमकी दी है. हालांकि, उत्तर कोरिया ने इसका कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है.

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