जिम्बाब्वे की शीर्ष अदालत ने राष्ट्रपति चुनावों के उन नतीजों को बरकरार रखने का फैसला लिया है जिसमें एमर्सन नंगाग्वा ने मामूली अंतर से जीत हासिल की थी.
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हरारे: जिम्बाब्वे की शीर्ष अदालत ने राष्ट्रपति चुनावों के उन नतीजों को बरकरार रखने का फैसला लिया है जिसमें एमर्सन नंगाग्वा ने मामूली अंतर से जीत हासिल की थी. इसके साथ ही नंगाग्वा के देश की कमान संभालने की राह साफ हो गई है. नंगाग्वा कल राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेंगे. उन्होंने शांति की अपील करते हुए विपक्षी नेता नेल्सन चामिसा से कहा कि, "मेरा दरवाजा खुला है और मेरी बाहें फैली हुई हैं.’’जिम्बाब्वे के चुनाव आयोग ने 30 जुलाई को नंगाग्वा को 50.8 प्रतिशत मतों के साथ विजयी घोषित किया था.
लेकिन बाद में इसमें ‘‘त्रुटि’’ का हवाला देते हुए आंकड़े में परिवर्तन कर इसे 50.6 प्रतिशत कर दिया था. वहीं चामीसा को 44.3 प्रतिशत मत मिले थे. विपक्ष ने चुनाव आयोग पर नंगाग्वा के आंकड़ों में भारी हेराफेरी का आरोप लगाया था. इसके बाद यह मामला संवैधानिक अदालत पहुंचा.
अदालत ने मामले में अपने फैसले पर कहा, विपक्ष अनियमितताओं के अपने दावों का समर्थन करने के लिए ‘‘पर्याप्त और विश्वसनीय सबूत’’ पेश करने में असफल रहा. उसने कहा कि चुनाव आयोग ने भी काफी हद तक इन दावों को खारिज कर दिया था. अदालत के फैसले के बाद चामिसा ने ट्विटर पर अपने समर्थकों से कहा, ‘‘मुझे पता है आप ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं लेकिन मैं इसे गंभीरता से लूंगा.’’
इनपुट आईएएनएस से भी