नई दिल्लीः Gochar in 2025: साल 2025 की शुरुआत जल्द ही होने जा रही है. ग्रह गोचर के लिहाज से साल 2025 बहुत ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है. इस साल 4 बड़े ग्रह बदलाव करेंगे. साल 2025 की शुरुआत में शनि, राहु-केतु और गुरु चार ग्रहों का गोचर होगा. ऐसे में ये चारों ग्रह मिलकर सभी राशियों को प्रभावित करने वाले हैं.


कब-कब होंगे बड़े गोचर


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ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2025 की शुरुआत में शनि अपनी स्वराशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे. शनि 29 मार्च 2025 को मीन राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद मई में राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में पहुंचेंगे. 18 मई 2025 को राहु मीन राशि में और केतु सिंह राशि में गोचर करेंगे. इसी के साथ गुरु साल 2025 में वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. गुरु का गोचर 14 मई 2025 को मिथुन राशि में होगा.


शनि गोचर


शनि 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे. मीन राशि भावनात्मक और आध्यात्मिक गहराई की राशि है. शनि देव जब इस राशि में गोचर करेंगे तो अध्यात्म बढ़ेगा. रचनात्मक अभिव्यक्ति भी बढ़ेगी. इस समय सरकारों को दीर्घकालिक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जो समाज के अंतिम व्यक्ति की मदद करें. दूसरों की मदद करें. शनि देव का यह गोचर सरकारों को स्वास्थ्य जैसी चीजों पर ध्यान देने के लिए मजबूर करेगा. लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे और आध्यात्मिक विकास की चीजों को लेकर समाज के लोग जागरूक होंगे. व्यावहारिक कर्तव्य को संतुलित करना होगा और भावनाओं के साथ आपको कर्म भी करना होगा.


राहु गोचर


राहु 18 मई को कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो आपके कर्मों के परिणाम को दर्शाती है. यह राशि बदलाव की राशि है. भविष्य से जुड़ी राशि है. जब कुंभ राशि में राहु प्रवेश करेगा तो पुरानी कुछ प्रथाएं नष्ट होगी. नई तकनीक लोग अपनाएंगे. नए विचारों की खोज करेंगे. कुछ नए आविष्कार भी हो सकते हैं. सामाजिक परिवर्तन होगा और आईटी फील्ड में बहुत तेजी से सरकार का निवेश बढ़ सकता है. अगर आपके व्यक्तिगत जीवन की बात की जाए तो आप अब पुरानी कुछ चीजों से बाहर निकल कर कुछ अलग सोचने वाले हैं और आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित होंगे. कुंभ राशि में राहु का गोचर एक नया सामाजिक दृष्टिकोण लेकर आएगा.


केतु गोचर


केतु 18 मई को सिंह राशि में गोचर करेगा जो कि सूर्य की राशि है और नेतृत्व की राशि है. सिंह राशि में जब केतु प्रवेश करेगा तो लोगों का अहंकार, अभिमान बढ़ सकता है. उनकी मान्यताओं पर उनका विश्वास और मजबूत होगा. आपको यह ध्यान रखना होगा कि आंतरिक शक्ति की सफलता बेहद आवश्यक है. आपको ध्यान और शक्ति की उपासना करनी होगी. भौतिक सफलता के प्रति जो आपका लगाव है उसे आपको छोड़ना होगा. भौतिक सुख सुविधाओं के प्रति आपको कम आकर्षित होना चाहिए. सिंह राशि में जब केतु का गोचर होगा तो सरकारें एक संतुलित दृष्टिकोण विकसित कर सकती है जो व्यक्तिगत लाभ के बजाय दूसरों की सेवा पर केंद्रित रहेगा.


गुरु गोचर


गुरु का गोचर 14 मई 2025 को मिथुन राशि में होगा. जो बुद्ध की राशि है. संचार की राशि है. तीसरे भाव की राशि है तो लोग नई चीज सीखेंगे. गुरुओं की कद्र होगी और लोग अपने ज्ञान को दूसरों के साथ बाटेंगे. यह समय नए विचारों और यात्राओं का होगा. आप अंदर से कुछ खुला हुआ महसूस करेंगे. मिथुन राशि में बृहस्पति का गोचर सामाजिक संपर्क और बौद्धिक गतिविधियों को बढ़ाता है, लेकिन ध्यान केंद्रित रखना स्वयं पर यह भी बहुत आवश्यक है. अगर आप अपना व्यक्तिगत विकास करना चाहते हैं, शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं. अपना कम्युनिकेशन अच्छा करना चाहते हैं ,अपना सोशल सर्कल बढ़ाना चाहते हैं, सामाजिक नेटवर्क उसके लिए विस्तार का समय है.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. इसलिए पाठकों से अनुरोध है कि वे इस लेख को अंतिम सत्य या दावा न मानें. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)


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