नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की सिजासी जंग का आरंभ बड़े ही प्रचंड तरीके से होने जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की गुरुवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उनके पूर्व सहयोगी रहे शुवेंदु अधिकारी को उतारने का फैसला किया है.
पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची तैयार
भारतीय जनता पार्टी ने सीईसी की बैठक में पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया. बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कार्यसमिति के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक का आयोजन दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में हुआ.
इस बात की पुष्टि हो गई है कि पहले चरण की सबसे बड़ी लड़ाई ममता बनर्जी और शुवेंदु अधिकारी के बीच होगी. ममता बनर्जी ने पहले ही नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके अलावा वो एक और सीट से मैदान में उतरेंगी.
शुवेंदु ने किया है ऐसा दावा
शुवेंदु अधिकारी पहले भी एक सभा के दौरान दावा कर चुके हैं कि अगर मैंने नंदीग्राम में ममता बनर्जी को 50 हजार वोट के अंतर से नहीं हराया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.
शुवेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक थे. उन्होंने नंदीग्राम आंदोलन के दौरान सक्रिय भूमिका अदा की थी और 10 साल पहले टीएमसी पहली बार सत्ता पर काबिज हुई थी. लेकिन दिसंबर 2020 में अचानक से उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. शिवेंदु अधिकारी को नंदीग्राम आंदोलन का चेहरा माना जाता था.
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40 से 45 विधानसभा सीटों पर शुवेंदु की अच्छी पकड़
अधिकारी की पूर्वी और दक्षिण मिदनापुर, बांकुरा, पुरुलिया, झारग्राम और बीरभूम के आस-पास के इलाके की 40 से 45 विधानसभा सीटों पर अच्छी पकड़ है. इसके अलावा मुर्शीदाबाद जिले के जंगलमहल इलाके में भी उनकी अच्छी खासी पकड़ है.
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