नैना साध रही हैं सियासी निशाने, जानिए कैसा रहा है सफर

चौधरी देवीलाल का परिवार, ओपी चौटाला की बहू, अजय चौटाला की पत्नी और कद्दावर बन कर उभरे बेटे दुष्यंत की मां. नैना चौटाला का वजूद इससे भी हटकर है. पति के जेल जाने के बाद सियासत में पैंतरे आजमाने उतरी नैना सफल रही हैं. सूत्र बता रहे हैं कि उनको डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है.

Last Updated : Oct 26, 2019, 12:22 PM IST
    • 15 अक्टूबर 1966 को हिसार में जन्मी हैं नैना
    • नैना ने शूटिंग में इंटर यूनिवर्सिटी में टीम का नेतृत्व किया था.
नैना साध रही हैं सियासी निशाने, जानिए कैसा रहा है सफर

नई दिल्लीः हर वक्त जो बदलती रहे वो सियासत. मौसम तब भी कुछ महीने ठहरता है, लेकिन हरियाणा में चल रहा यह चुनावी मौसम पल-पल फिजा में नए बदलाव कर रहा है. इस नए बदलाव का नाम है नैना चौटाला, जिन्हें अब भाजपा-जजपा की ओर से बनने वाली हरियाणा सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात कही जा रही है. ओपी चौटाला की बड़ी बहू, अजय चौटाला की पत्नी और दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला का इससे अलग भी परिचय है, जानिए यहां...

सियासत से हटकर भी नैना का अस्तित्व
कौन हैं नैना चौटाला, यह बताने के लिए ले चलते हैं आपको हिसार के एक स्कूल में. जहां खेल के मैदान में एक 17 साल की लड़की धड़ाधड़ निशाने लगा रही है. यह लड़की ही नैना चौटाला है. राजनीति में आने से पहले नैना एक कुशल निशानेबाज रही हैं. खेलों में दिलचस्पी रखने वाली नैना ने शूटिंग में इंटर यूनिवर्सिटी में टीम का नेतृत्व किया था. इसके साथ ही वह एनसीसी की कैडेट भी रही हैं. धुन की पक्की, पढ़ाई में अव्वल और घर-परिवार में मिलनसार नैना चौटाला की खुद की ट्रेनिंग ऐसी ही रही है कि जैसे वह आगे जाकर किसी बड़ी जिम्मेदारी को संभालने वाली हैं. चौटाला परिवार में शादी के बाद उनके इन गुणों को एक-एक करके निखरने का मौका भी मिला. 

हिसार से है नाता
नैना का जन्म हिसार के आदमपुर स्थित गांव दड़ौली में हुआ. पिता भीम सिंह गोदरा और मां कांता देवी के घर 15 अक्टूबर 1966 को जन्मी नैना की पढ़ाई नूर निवास हाई स्कूल में हुई. इसके बाद एफसी स्कूल हिसार से उन्होंने स्नातक किया. इसी हिसार से नैना के बेटे दुष्यंत 16वीं विधानसभा में सांसद बन कर सबसे कम उम्र में संसद पहुंचे थे और नया रिकॉर्ड बनाया था. रिकॉर्ड बनाना चौटाला परिवार के खून में हैं. नैना ने अभी बाढ़ड़ा विधानसभा सीट से चुनाव जीता है, जहां उन्हें रिकॉर्ड मत मिले हैं. अगर वह उप मुख्यमंत्री बनती हैं तो हरियाणा की पहली महिला डिप्टी सीएम बनने का रिकॉर्ड अपने नाम करेंगीं.

ऐसा रहा है सियासी सफर
शादी के बाद से नैना की खेल की पारी का अंत हुआ और सियासी पारी की शुरुआत हुई.  पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिवार में वह प्रथम महिला हैं, जिन्‍होंने सियासत की दुनिया में कदम रखा। साल 2009 में विधायक रहे पति अजय चौटाला का नाम शिक्षक भर्ती घोटाले में सामने आने के कारण वह जेल चले गए. इसके बाद ही सियासी मैदान में नैना की एंट्री होती है. 2014 में पहली बार वह सिरसा के डबवाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं और जीत दर्ज की. यह सीट चौटाला परिवार की परंपरागत सीट और उनका गढ़ है. इस चुनाव में नैना को 68029 वोट मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस के डॉ. कमलवीर सिंह थे जिनको 59484 वोट मिले थे. 

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