मुंबईः महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर रविवार को भाजपा ने स्पष्ट कर दिया कि वह सरकार का गठन नहीं करेगी. शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे बड़ा दल होने के नाते भाजपा से पूछा था कि सरकार बनाने के बारे में क्या इच्छा है? रविवार को भाजपा विधायकों की बैठक हुई. इसके बाद महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हम सरकार नहीं बनाएंगे. इधर शिवसेना नेता संजय राउत ने शिवसेना के ही सरकार बनाने का दावा किया है. रविवार को कांग्रेस और शिवसेना ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई. कांग्रेस ने कहा कि शिवसेना के साथ नहीं जाएंगे. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवेसना का होगा. अगर उन्होंने कहा है तो हर कीमत पर मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. चंद्रकांत पाटिल ने कहा- राज्यपाल ने नई सरकार के गठन के लिए भाजपा को बुलावा दिया. शिवसेना ने जनादेश को सम्मान न देते हुए अनिच्छा जाहिर की. हमने राज्यपाल को बता दिया है कि हम सरकार नहीं बनाएंगे. शिवेसना को जनादेश न मानकर अगर कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार बनानी है तो उन्हें शुभकामनाएं.
Chandrakant Patil, Maharashtra BJP President: The mandate was given to us (BJP-Shiv Sena) to work together if Shiv Sena wants to disrespect it and form govt with Congress-NCP then all our best wishes are with them. pic.twitter.com/3vFUsunqlw
— ANI (@ANI) November 10, 2019
Sanjay Raut, Shiv Sena: Party chief Uddhav Thackeray ji clearly said today that Chief Minister will be from Shiv Sena. If Uddhav ji has said so, then it means that there will be CM from Shiv Sena, at any cost. #Maharashtra pic.twitter.com/SXk6Y1ILWp
— ANI (@ANI) November 10, 2019
राउत ने कहा था- भाजपा को बहुमत की उम्मीद नहीं
राउत ने कहा, यह समझ से परे है कि अगर भाजपा के पास बहुमत था तो रिजल्ट आने के 24 घंटे में सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं किया गया. फिलहाल अभी तक हमने किसी भी तरह के गठबंधन पर विचार नहीं किया है. अभी भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है तो हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं.
मुझे नहीं लगता कि भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटा पाएगी. महाराष्ट्र के ज्यादातर कांग्रेस विधायक जयपुर पहुंच चुके हैं, जहां मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके साथ बैठक की तो दूसरी तरफ मुंबई के होटल रिट्रीट में उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 56 विधायकों के साथ बैठक की. शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने भी सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ आने के संकेत दिए हैं. पार्टी ने राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए 12 नवंबर को विधायकों की बैठक बुलाई है.
पहले शिवसेना के साथ से था इनकार, अब साधी है चुप्पी
महाराष्ट्र कांग्रेस ने विधायक दल का नेता चुनने का फैसला कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है. पार्टी ने तय किया था कि सरकार बनाने के लिए वह शिवसेना के साथ नहीं जाएगी, हालांकि अब इस पर कांग्रेस में खामोशी छाई हुई है. जयपुर में रविवार को हुई महाराष्ट्र कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें तय किया गया कि कांग्रेस का एनसीपी के साथ गठबंधन जारी रहेगा.
दूसरी ओर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कहा- राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए. महाराष्ट्र में सबसे बड़े दल भाजपा की तरफ से सरकार बनाने में असमर्थता जताने के बाद उन्होंने यह बयान दिया. उन्होंने कहा- जब भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने सरकार बनाने में असर्मथता जता ही दी है, तो एनसीपी-कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए.
Ashok Chavan, Congress on Maharashtra govt formation: We are keeping an eye on recent developments. We are meeting now and discussing all the options before us. We have not decided anything yet. (File pic) pic.twitter.com/FYF7ii8ygP
— ANI (@ANI) November 10, 2019
शरद पवार ने सरकार में शामिल होने से इनकार किया था
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बीजेपी-शिवसेना ही राज्य में सरकार बनाएं. उन्होंने तब कहा था कि हमें जनता ने विपक्ष के लिए चुना है, हम विपक्ष में ही बैठेंगे. मेरे पास अभी कहने के लिए कुछ नहीं है.
भाजपा-शिवसेना को लोगों का जनादेश मिला है, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द सरकार बनानी चाहिए. हमारा जनादेश विपक्ष की भूमिका निभाना है.
महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी भाजपा! हाई लेवल मीटिंग में बड़ा फैसला