नई दिल्लीः Uttarakhand Election: उत्तराखंड चुनाव को लेकर भले ही कांग्रेस हाईकमान ने कोई चेहरा आगे न कर सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया हो, लेकिन सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) की हसरतें हिलोरे मार रही हैं. पार्टी के भीतर एक गुट भी उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करने में जुटा हुआ है.
'सारा उत्तराखंड हरदा' के संग किया लॉन्च
इसी कड़ी में सोमवार को हरीश रावत ने अपने समर्थकों का अभियान 'सारा उत्तराखंड हरदा के संग' लॉन्च किया. साथ ही हरीश रावत से जुड़ने के लिए टोल फ्री नंबर और वेबसाइट जारी की गई है.
#उत्तराखंडियत_जिंदाबाद
आज देहरादून में आगामी #उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को मध्य नजर रखते हुये मेरे कुछ साथियों ने "उत्तराखंडियत जिंदाबाद/सारे उत्तराखंड हरदा के संग" कैंपेन लॉन्च किया है, जिसमें एक टोल फ्री नंबर -9120900600 व वेबसाइट https://t.co/kbNOnW8sCx जारी की।
1/2 pic.twitter.com/E3Bzff6L8w— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 6, 2021
इस अभियान के जरिए हरीश रावत के उत्तराखंडियत मॉडल को आम लोगों से जोड़ने की कोशिश शुरू हो गई है. साथ ही इसे हरीश रावत कैंप का हाईकमान के आगे उनकी लोकप्रियता साबित करने का दांव माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे रावत
हरीश रावत उत्तराखंड चुनाव में चेहरा घोषित करने के हिमायती हैं और सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक कई बार इसकी मांग कर चुके हैं. लेकिन, हाईकमान की सोच इससे अलग है. हाईकमान स्पष्ट कर चुका है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा.
इसकी वजह उत्तराखंड कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी है. अगर चुनाव से पहले हरीश रावत का चेहरा घोषित किया गया तो पार्टी के भीतर उनका विरोधी गुट नाराज हो जाएगा, जिसका खामियाजा कांग्रेस को चुनाव में उठाना पड़ सकता है.
साथ ही हो सकता है कि कांग्रेस के नाराज नेता चुनाव से ऐन पहले पाला बदल लें. पार्टी इस तरह की स्थिति से बचना चाहती है.
वहीं, हरीश रावत ने इस कैंपेन की लॉन्चिंग के दौरान कहा कि इस पहल से लोगों की विभिन्न समस्याओं की जानकारी और सुझाव मिलेंगे. साथ में आगामी चुनाव में रणनीतिक फैसले लेने में इससे मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि अभियान की मुख्य थीम उत्तराखंडियत जिंदाबाद रहेगी.
इस दौरान हरीश रावत ने अपने कार्यकाल का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कई छोटी-छोटी पहल की थीं. उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधा
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