बेहतरीन एक्टिंग के बाद भी अभिषेक बच्चन को फिल्म `द बिग बुल` से मिली असफलता
एक्टर अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) अपनी फिल्म द बिग बुल (The Big Bull) को लेकर चर्चा में थे. कोरोना को देखते हुए फिल्म को OTT प्लेटफॉर्म डिजनी प्लस हॉटस्टार पर 8 अप्रैल को रिलीज किया गया.
नई दिल्ली: लंबे समय से एक्टर अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) अपनी फिल्म द बिग बुल (The Big Bull) को लेकर चर्चा में थे. कोरोना को देखते हुए फिल्म को OTT प्लेटफॉर्म डिजनी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज किया गया.
स्कैम 1992 वेबसीरीज ने रातोंरात प्रतीक गांधी (Prateek Gandhi) को स्टार बना दिया था. वहीं सीधे तौर पर फिल्म में लीड रोल निभा रहे अभिषेक बच्चन की तुलना प्रतीक गांधी से की जा रही है. जहां अपने जबरदस्त अभिनय से प्रतीक ने हर किसी के दिल में जगह बना ली थी. प्रतीक ने जिस तरह से हर्षद मेहता को पर्दे पर दिखाया था, देखकर ऐसा लगा कि मानों वह खुद हर्षद मेहता ही हैं.
ठीक उसी तरह अभिषेक ने भी अपने अभिनय से सबका दिल जीत लिया लेकिन फिल्म को जिस तरह से फिल्माया गया, उससे दर्शकों में निराशा देखी जा रही है. स्कैम 1992 के बाग से ही दर्शकों की उम्मीदें फिल्म से बहुत ज्यादा हो गई थी लेकिन फिल्म उन उम्मीदों पर खड़ा नहीं हो सका.
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जहां वेब सीरीज स्कैम 1992 को हंसल मेहता (Hansal Mehta) ने डायरेक्ट किया था तो वहीं फिल्म द बिग बुल को डायरेक्टर कूकी गुलाटी ने निर्देशित किया. कूकी के लिए यह बहुत मुश्किल था कि OTT प्लेटफॉर्म पर इतनी हिट सीरीज को वापस से पर्दे पर उतारा जाए. इतनी बड़ी सीरीज को महज ढाई घंटे में दिखाना कठिन तो था लेकिन गुलाटी ने अपनी पूरी कोशिश की.
इसके बावजूद फिल्म देख दर्शकों में निराशा देखी जा रही है. दरअसल फिल्म में किरदारों का नाम तो अलग है लेकिन कहानी वही. कैसे एक मध्यवर्गीय लड़के ने अपने देखे हुए बड़े सपने को पूरा किया और कैसे उसका नाम दुनिया के सबसे बड़े स्कैम में शामिल हो गया.
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एक ऐसी फिल्म को बनाना जिसके बारे में हर तरह की जानकारी पहले ही पर्दे पर दिखा दी गई है मुश्किल तो है. फिल्म मेकर्स ने इसे बेहतरीन बनाने के लिए वास्तविकता से ज्यादा इसमें मसाला भर दिया. कहीं न कहीं स्कैम की जगह डायरेक्टर ने हेमत शाह के किरदार को ऐसे दिखाया कि वह पहले स्कैम करता है और बाद में आम आदमी का मसीहा बन जाता है.
यह कहना गलत नहीं होगा कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नया दिखाया गया जो स्कैम 1992 में नहीं दिखाया गया था. बेहतरीन एक्टरों से सजा यह फिल्म दर्शकों और फिल्म समीक्षकों की उम्मीद पर खड़ा नहीं हो सका.
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