जब हीरो से ज्यादा फीस लेने वाले महमूद अंडे बेचने और टैक्सी चलाने को हो गए थे मजबूर

मशहूर एक्टर और कॉमेडियन महमूद ने अपने दमदार अंदाज से हमेशा ही दर्शकों का खूब दिल जीता है. महमूद बेशक आज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी कॉमिक टाइमिंग को आज भी कोई टक्कर नहीं दे पाया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 23, 2021, 11:01 AM IST
  • महमूद ने 23 जुलाई 2004 को हमेशा के लिए अपनी आंखें मूंद ली
  • महमूद जैसा कलाकार और कॉमेडियन आज भी इंडस्ट्री में नहीं है
जब हीरो से ज्यादा फीस लेने वाले महमूद अंडे बेचने और टैक्सी चलाने को हो गए थे मजबूर

नई दिल्ली: आज के दौर में बनाई जा रही फिल्मों में कॉमेडी के नाम पर अधिकतर अभद्रता और अश्लीलता ही परोसी जा रही है. जिस पर कई युवा लोट-पोट भी हुए जाते हैं. वहीं, कई सीने प्रेमी ऐसे भी हैं, जो इस तरह की कॉमेडी देखकर उस दौर में खो जाते हैं जब महमूद (Mehmood) जैसे शानदार कलाकार बहुत सादगी से लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर देते थे. आज भी कॉमेडी के मामले में कोई कलाकार महमूद को टक्कर नहीं दे पाया है.

अंडे और कंघी बेचते थे महमूद

300 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले महमूद को कभी भुलाया नहीं जा सकता. उन्हें हमेशा से ही एक्टिंग का शौक था. हालांकि, बचपन से ही उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी. ऐसे में बहुत कम उम्र में ही उन्होंने छोटे-मोटे काम करना शुरू कर दिया था, ताकि परिवार की रोजी-रोटी तो चलती रहे.

कहा जाता है कि जब महमूद छोटे थे तब वह अंडे और कंघी बेचने से जैसे काम भी करते थे. जब वह थोड़े बड़े हुए तो उन्होंने टैक्सी चलाना शुरू कर दिया.

महमूद के दीवाने हो गए दर्शक

महमूद के पिता बॉम्बे टॉकीज में काम किया करते थे. उन्हीं के चलते महमूद की जिंदगी में वो पल भी आया जिसका वह बचपन से सपना देखा करते थे. दरअसल, 1943 में महमूद को बॉम्बे टॉकीज की फिल्म 'किस्मत' में हाथ आजमाने का मौका मिला. बस फिर क्या था, यहीं से महमूद की किस्मत ने भी करवट ले ली. इसके बाद तो दर्शक उनकी अदाकारी के दीवाने हो गए थे.

सिर्फ महमूद को देखने सिनेमाघर जाते थे दर्शक

देखते ही देखते लोगों पर महमूद का खुमार ऐसा चढ़ा कि दर्शक सिर्फ उन्हीं को देखने के लिए सिनेमाघरों तक आने लगे. उन्हें सफल फिल्मों की चाबी कहा जाने लगा.

महमूद एकलौते ऐसे कॉमेडियन थे जिनका सीन शूट होते ही पूरे सेट पर तालियों की गूंज सुनाई देती थीं. उस समय के निर्माता-निर्देशक भी इस बात को समझ चुके थे कि अगर उन्हें अपनी फिल्में हिट करवानी हैं तो उन्हें महमूद को कास्ट कर लेना चाहिए.

महमूद से जलने लगे थे सितारे

महमूद की तस्वीरें फिल्म के पोस्टर में हीरो के साथ छपने लगीं. ऐसे में हर दिन महमूद का स्टारडम और फीस दोनों ही बढ़ती जा रही थीं. एक पल वो भी आया जब महमूद को हीरो से ज्यादा फीस मिलने लगी. इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे अब उनसे जलने भी लगे थे. लेकिन इससे महमूद को क्या, वह तो अपने काम में सिर्फ उस जुनून को बयां कर रहे थे जो बचपन से कहीं न कहीं उनके भीतर छिपा था.

लव स्टोरी भी है खूबसूरत

फिल्मों में काम करने के अवाला महमूद उस जमाने की मश्हूर अदाकारा मीना कुमारी (Meena Kumari) को टेबल टेनिस सीखाने की नौकरी भी किया करते थे.

इस दौरान महमूद का दिल मीना कुमारी की बहन मधु पर आ गया. इसके बाद तो उन्होंने मधु से ही शादी करने की ठान ली. उन्होंने मधु को खुदकुशी की धमकी देकर आखिरकार शादी के लिए मना ही लिया.

23 जुलाई को हो गया निधन

महमूद ने शान से अपनी पूरी जिंदगी बिताई. जीवन आखरी दिनों में वह काफी बीमार हो गए थे. ऐसे में उन्हें इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था. इलाज के कुछ ही दिनों बाद महमूद 23 जुलाई 2004 को नींद के आगोश में ही इस दुनिया से रुखसत हो गए थे महमूद.

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