होंठों से छू लो तुम, मेरा गीत अमर कर दो, बन जाओ मीत मेरे, मेरी प्रीत अमर कर दो, होंठों से छू लो तुम
चिट्ठी ना कोई सन्देश, जाने वो कौन सा देश, जहां तुम चले गए, इस दिल पे लगा के ठेस, जाने वो...
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो, भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन, वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो, आंखों में नमी, हंसी लबों पर, क्या हाल है क्या दिखा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो...
तुमको देखा तो ये ख्याल आया, जिंदगी धूप तुम घना छाया, आज फिर दिल ने इक तमन्ना की, आज फिर दिल को हमने समझाया