130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत को बनाया मिशन, PM मोदी की 10 बड़ी बातें

भारत-अमेरिका रणीतिक मंच के तीसरे लीडरशिप समिट को PM मोदी ने संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की 9 बड़ी बातें..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 3, 2020, 11:00 PM IST
    • भारत-अमेरिका के बीच तीसरी लीडरशिप समिट
    • भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित
    • 'कोरोना के खिलाफ जंग में भारत की भूमिका अहम'
130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत को बनाया मिशन, PM मोदी की 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली: यूएसआईएसपीएफ (USISPF) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के लिए काम करता है. 31 अगस्त से शुरू हुए पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन का विषय 'यूएस-इंडिया नेविगेटिंग न्यू चैलेंजेस' है. इस कार्यक्रम के तीसरे दिन संबोधन देते हुए पीएम मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग में भारत के योगदान का वर्णन किया.

भारत ने रिकॉर्ड समय में किया सुविधाओं का विस्तार

उन्होंने बताया कि भारत ने रिकॉर्ड समय में अपनी कोविड-19 संबंधी सुविधाओं का विस्तार किया. मौजूदा परिस्थिति में नई सोच की जरूरत है जो मानव-केंद्रित हो. कोविड-19 महामारी से अनेक चीजें प्रभावित हुई होंगी, लेकिन 130 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाएं नहीं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने रात 9 बजे अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक और साझेदारी फोरम के तीसरे सम्मेलन को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये इस सम्मेलन को संबोधित किया. आपको पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें बताते हैं..

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

1). प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "USISPF विविधता से भरे लोगों को एक साथ लेकर आया था. इसका काम प्रशंसनीय है. वर्तमान कोरोना संकट की स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है. एक मानसिकता जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो. कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पहला ऐसा देश था, जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक हेल्थ मेजर की तरह लिया. हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए थे. जब 2020 शुरू हो रहा था तो किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसी महामारी (कोरोना महामारी) आएगी."

2). अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि "जनवरी में हमारे पास कोरोना का 1 टेस्टिंग लैब था, अभी देशभर में 1600 टेस्टिंग लैब हैं. हमारे यहां (भारत में) डेथ रेट दुनियाभर के मुकाबले काफी कम है." उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना की रिकवरी रेट भी लगातार तेजी से बढ़ रही है. हमारी बिजनेस कम्युनिटी भी अच्छा काम कर रही है. हम अभी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े PPE किट के निर्माता हैं.

3). उन्होंने ये भी कहा कि "पिछले कुछ महीनों में भारत ने कोरोना के अलावा दो-दो चक्रवात, बाढ़ और टिड्डियों का हमला भी झेला है. पूरे कोरोना काल के दौरान, लॉकडाउन के समय भारत सरकार का एक ही मकसद था, गरीबों की रक्षा करना. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पूरे विश्व की सबसे बड़ी समर्थन प्रणाली है. इसके तहत लगभग 800 मिलियन लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया."

4). नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बताया कि "आगे की राह देखते हुए, हमें अपना ध्यान अपनी क्षमताओं को बनाए रखने पर केंद्रित रखना चाहिए, गरीबों को सुरक्षित करना चाहिए, भविष्य में हमारे नागरिकों को इसका सबूत देना चाहिए. यही रास्ता भारत अपना रहा है."

5). PM ने बोला कि "इस महामारी ने दुनिया को यह भी दिखाया है कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को विकसित करने का निर्णय न केवल लागत पर आधारित होना चाहिए. उन्हें विश्वास पर भी आधारित होना चाहिए. भूगोल की सामर्थ्य के साथ, कंपनियां अब विश्वसनीयता और नीतिगत स्थिरता की भी तलाश कर रही हैं."

6). उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक पारदर्शी और पूर्वानुमानित कर व्यवस्था प्रदान करता है. हमारा सिस्टम ईमानदार कर दाताओं को प्रोत्साहित और समर्थन करता है.

7).  प्रधानमंत्री ने बताया कि "1.3 अरब भारतीयों का एक ही मिशन है आत्मनिर्भर भारत (AatmaNirbhar Bharat). आत्मनिर्भर भारत लोकल का ग्लोबल में विलय है. यह भारत की ताकत को ग्लोबल फोर्स मल्टिप्लायर के रूप में सुनिश्चित करता है. पीएम मोदी ने कहा कि महामारी ने कई चीजों के प्रभावित किया है, लेकिन भारत के लोगों की आकांक्षाओं को यह प्रभावित नहीं कर सका है."

8). पीएम मोदी ने ये भी कहा कि "भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के केंद्र में एक सक्रिय विनिर्माण केंद्र के रूप में निष्क्रिय बाजार से बदलने के बारे में आत्मनिर्भर भारत है." उन्होंने कहा कि इस महामारी ने दुनिया को दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चैन को विकसित करने में केवल कॉस्ट ही नहीं बल्कि ट्रस्ट भी महत्वपूर्ण है.

9). देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि "भारत में चुनौतियों के लिए एक सरकार है जो परिणाम देने में विश्वास रखती है जिसके लिए जीवन जीने में आसानी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना व्यवसाय करने में आसानी. आप एक युवा देश को देख रहे हैं जिसकी 65% आबादी 35 वर्ष से कम है."

10). प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि "आगे की राह अवसरों से भरी है. ये अवसर सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में हैं. वे मुख्य आर्थिक क्षेत्रों के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्रों को भी कवर करते हैं."

यूएसआईएसपीएफ(USISPF) की तीसरी सालाना लीडरशिप समिट 31 अगस्त से शुरू हुई. इस पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन की थीम 'यूएस-इंडिया नेविगेटिंग न्यू चैलेंजेस' है. इस वर्चुअल समिट में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं. इस थीम में कई विषयों को शामिल किया गया है. इससे पहले सोमवार को केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर और मंगलवार को पीयूष गोयल ने इस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था.

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