असम में सोनोवाल सरकार की बड़ी सफलता, हथियारों समेत 644 उग्रवादियों का समर्पण

असम में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को बड़ी सफलता मिली है. उनकी उपस्थिति में 177 घातक हथियारों समेत 644 उग्रवादियों ने आत्म समर्पण कर दिया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 23, 2020, 03:46 PM IST
    • असम में उग्रवादियों का सबसे बड़ा समर्पण
    • कई घातक हथियार जमा किए गए
    • जनवरी की शुरुआत में चालू हुई थी शांति प्रक्रिया
    • असम में दिसंबर में भी हो चुका है समर्पण
असम में सोनोवाल सरकार की बड़ी सफलता, हथियारों समेत 644 उग्रवादियों का समर्पण

गुवाहाटी: असम में शांति की नई उम्मीदें जगी हैं. मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की उपस्थिति में आठ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के 644 आतंकवादियों ने 177 हथियारों के साथ आत्म समर्पण कर दिया है. 

सबसे बड़ा समर्पण 
असम के पुलिस महानिदेशक ज्योति महंत ने इस बड़े कार्यक्रम के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि यह राज्य और असम पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. उग्रवादी संगठनों के कुल 644 कैडर और आठ आतंकवादी समूहों के नेताओं ने हथियार डाल दिए हैं. उनका कहना था यह हाल के दिनों में आतंकवादियों के सबसे बड़े आत्मसमर्पण में से एक है. 

कई घातक हथियार जमा किए गए
गुरुवार को समर्पण करने के बाद उग्रवादियों ने 150 विभिन्न प्रकार के बंदूक और भारी मात्रा में गोला-बारूद जमा किया. उन्होंने एके- 47 और एके-56 जैसे कई घातक आधुनिक हथियार पुलिस के पास जमा करा दिया है. 
इन 644 उग्रवादियों में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा), नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ इंडिया (एनडीएफबी), आरएनएलएफ, केएलओ, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी), नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी (एनएसएलए), आदिवासी ड्रैगन फाइटर (एडीएफ) और नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बंगाली (एनएलएफबी) के सदस्य शामिल हैं. 

जनवरी की शुरुआत में चालू हुई थी शांति प्रक्रिया
सोनोवाल सरकार ने केन्द्र सरकार के अधिकारियों के साथ इस महीने के शुरुआत में  नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ इंडिया यानी एनडीएफबी के नेताओं के साथ शांति के लिए त्रिपक्षीय समझौता किया था. 

इस समझौते के मुताबिक, एनडीएफबी सरगना बी साओराईगवरा समेत सभी उग्रवादी संगठन हिंसक गतिविधियां रोकने पर सहमत हुए थे. और सरकार के साथ शांति वार्ता में शामिल होने की सहमति जताई थी. इस वार्ता में शामिल होने के लिए  साओराईगवरा के साथ एनडीएफबी के कई सक्रिय सदस्य 11 जनवरी को म्यांमार से भारत आए थे. 

दिसंबर में भी हो चुका है समर्पण
इसके पहले साल 2019 के आखिरी महीने दिसंबर में 240 से अधिक आतंकवादियों ने समर्पण किया था. 
आठ दिसंबर से लेकर पिछले तीन सप्ताह के दौरान असम में 240 से अधिक आतंकवादियों ने समर्पण किया है. ये  आतंकवादी पिछले एक दशक से दक्षिणी असम, मिजोरम  और उत्तरी त्रिपुरा में अपहरण और हत्याओं सहित कई तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे. 

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