AMCA Mk1 India: भारत के रक्षा गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, भारत पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान AMCA प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है. यह एक पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान होगा. वहीं देश ही नहीं दुनिया भर को इसके पहले उड़ान का इंतजार है. जिसका खुलासा ADA के महानिदेशक डॉ. जितेंद्र जे. जाधव ने AMCA Mk1 की महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एक विस्तृत और प्राप्त करने योग्य रोडमैप पर से पर्दा उठाया है.
AMCA की पहली उड़ान कब?
ADA के महानिदेशक डॉ. जितेंद्र जे. जाधव के मुताबिक, पांचवी पीढ़ी के AMCA स्टील्थ लड़ाकू विमान का प्रोटोटाइप (Prototype) 2028 तक बनकर तैयार हो जाएगा, जबकि इसकी पहली उड़ान 2028-29 के लिए निर्धारित है. यह घोषणा अप्रैल 2024 में परियोजना को पूरी तरह से मंजूरी मिलने के बाद का अपडेट है.
बता दें, AMCA परियोजना भारत को पांचवी पीढ़ी के विमानों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा हासिल है, खासकर तब जब IAF यानी भारतीय वायुसेना को स्क्वॉड्रन की कमी का सामना करना पड़ रहा है और क्षेत्रीय स्टील्थ खतरों का मुकाबला करना जरूरी है. इस परियोजना के लिए 15,000 करोड़ रुपये की पूर्ण-स्तरीय इंजीनियरिंग विकास की मंजूरी मिली है. जिसमें देश की करीब 7 कंपनियों ने अपनी दावेदारी पेश की है.
AMCA Mk1 की समयरेखा
डॉ. जाधव द्वारा बताए गए समय के अनुसार, AMCA Mk1 का विकास एक निश्चित क्रम में आगे बढ़ेगा, जिसमें एडवांस डिजिटल इंजीनियरिंग तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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AMCA अपडेट |
समय सीमा | मुख्य केंद्र बिंदु |
| प्रोटोटाइप रोलआउट | 2028 | विमान का पूरा असेंबली, स्टील्थ कोटिंग |
| पहली उड़ान (FF) | 2028-29 | एयरोडायनेमिक्स, फ्लाइ-बाई-वायर प्रणाली का सत्यापन |
| सिस्टम्स एकीकरण | 2029-2032 | एवियोनिक्स, हथियारों का परीक्षण |
| IAF में शामिल होना | 2033-34 | 1-2 स्क्वॉड्रन के लिए आरंभिक परिचालन क्षमता (IOC) |
एडवांस इंजन और टेक्नोलॉजी से लैस
AMCA Mk1 को IAF की भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए पांचवी पीढ़ी प्लस (Fifth-Generation Plus) की तकनीकों के साथ तैयार किया जा रहा है.
AMCA Mk1 इंजन- Mk1 प्रोटोटाइप के लिए GE F414 इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, बाद के चरणों में सैफरान (Safran) द्वारा संचालित स्वदेशी इंजन के अपग्रेड का प्रावधान रखा गया है. मॉड्यूलर डिजाइन के कारण इंजन में यह बदलाव जटिल नहीं होगा.
AI और सेंसर- AMCA में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चालित सेंसर फ्यूजन, प्रिडिक्टिव मेंटेनेंस के लिए मशीन लर्निंग और डायरेक्टेड-एनर्जी वेपन्स जैसी एडवांस फीचर्स शामिल होंगी, जो इसे छठी पीढ़ी की अवधारणाओं के लिए एक ब्रिज के रूप में काम करेगा.
देसी कंपोनेन्ट्स का इस्तेमाल
इस परियोजना में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है, जिसके लिए निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है.
70% स्वदेशी सामग्री- AMCA में 70% स्वदेशी सामग्री का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए ADA ने कम्पोजिट्स और एवियोनिक्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निजी कंपनियों से बोलियां मांगी गई हैं.
Tejas MkII से सहयोग- तेजस MkII लड़ाकू विमान की परियोजना से AMCA को बहुत लाभ मिल रहा है. Tejas MkII की पहली उड़ान 2026 में होने की उम्मीद है, और इसके रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट से AMCA को कई तकनीकों में एक बूस्टर मिलेगा.
यह रोडमैप दिखाता है कि IAF को एक दशक के भीतर पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की आरंभिक परिचालन क्षमता (IOC) मिल जाएगी, जिसके बाद 2035 तक उत्पादन को सालाना 16 जेट तक बढ़ाया जाएगा.
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