आखिर क्यों फांसी देने के लिए पहली पसंद है पवन जल्लाद, जानिए यहां

निर्भया के मुजरिमों को सजा-ए-मौत देने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने  उत्तर प्रदेश जेल महानिदेशालय को पत्र लिखा है. तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने इस गोपनीय पत्र के जरिये आग्रह किया है कि यूपी जेल महानिदेशालय जिस जल्लाद को बेहतर माने उसे उपलब्ध करा दे. उन्होंने पवन जल्लाद की मांग की है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 9, 2020, 05:42 AM IST
    • तिहाड़ जेल प्रशासन ने करीब 20 दिन पहले भी यूपी जेल डिपार्टमेंट से यही आग्रह किया था
    • फांसी की तारीख आने के बाद से तिहाड़ में हलचल बढ़ गई है
आखिर क्यों फांसी देने के लिए पहली पसंद है पवन जल्लाद, जानिए यहां

नई दिल्ली: एक लंबे इंतजार के बाद आखिर निर्भया के दोषियों के लिए सजा-ए-मौत की तारीख आखिर मुकर्रर हो चुकी है. फांसी की तारीख आने के बाद से तिहाड़ में हलचल बढ़ गई है. तिहाड़ प्रशासन फांसी से संबंधित तैयारियों और प्रक्रियाओं को पूरा करने में जुट गया है. इसमें जल्लाद को लेकर भी आधिकारिक तौर पर तैयारी की जा रही है.

बताया जा रहा है कि फांसी की प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने के क्रम में बुधवार को तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने उत्तर प्रदेश जेल महानिदेशालय को दुबारा पत्र लिखा है. 

तिहाड़ प्रशासन ने लिखी गोपनीय चिट्ठी
चिट्ठी के जरिये यूपी जेल महानिदेशालय से निर्भया के हत्यारों की फांसी के लिए प्रशिक्षित जल्लाद को प्राथमिकता पर तलाशने का आग्रह किया गया है. इस गोपनीय पत्र में तिहाड़ जेल प्रशासन ने मेरठ में मौजूद पवन जल्लाद की उपलब्धता के बारे में भी जिक्र किया है. दरअसल, तिहाड़ जेल प्रशासन पवन जल्लाद से ही निर्भया के मुजरिमों को फांसी दिलवाने का इच्छुक नजर आ रहा है.

निर्भया के मुजरिमों को सजा-ए-मौत देने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने करीब 20 दिन पहले भी यूपी जेल डिपार्टमेंट से यही आग्रह किया था. अब डेथ वारंट जेल महानिदेशालय के पास मौजूद है. ऐसे में बुधवार को दुबारा लिखे गए नए पत्र में इस डेथ-वारंट का भी हवाला दिया गया है.

पुश्तैनी जल्लाद है पवन
तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने इस गोपनीय पत्र के जरिये आग्रह किया है कि यूपी जेल महानिदेशालय जिस जल्लाद को बेहतर माने उसे उपलब्ध करा दे. अगर संभव हो तो पवन जल्लाद के बारे में भी यूपी सरकार और यूपी जेल डिपार्टमेंट विचार कर सकता है. तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक, पवन जल्लाद को तिहाड़ जेल महानिदेशालय कई वजहों से इस खास काम के लिए बुलाना चाहता है.

इसकी एक खास वजह तो यही है कि पवन पुश्तैनी जल्लाद है और कई पीढ़ियों से उसने फांसी देने का काम सीखा है. ऐसे में उसके जरिये किसी गलती की गुंजाइश नहीं है.

शारीरिक तौर पर है स्वस्थ
पवन पुश्तैनी जल्लाद होने के ही साथ शरीर से मजबूत है. पवन की आंखों की रोशनी भी ठीक है. एक जल्लाद की जितनी आंखों की रोशनी होनी चाहिए उसकी आंखों की रोशनी उतनी ही है. मजबूत कद-काठी होने के कारण तिहाड़ प्रशासन के लिए पवन पहली पसंद है.

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आसान है सुरक्षा देना
जल्लाद की सुरक्षा, उसे उसके घर से तिहाड़ जेल तक लाने-ले जाने का इंतजाम भी बेहद गोपनीय और जोखिम भरा होगा. पवन यूपी के मेरठ का निवासी है, जो दिल्ली सीमा से लगभग 60 किलोमीटर दूर है. ऐसे में तिहाड़ प्रशासन आसानी से उसे सुरक्षा दे पाएगा. तिहाड़ जेल और मेरठ के बीच के रास्ते की दूरी बेहद कम है.

ऐसे में पवन को लाने-जाने के वक्त भी ज्यादा देर का जोखिम तिहाड़ जेल प्रशासन को नहीं उठाना पड़ेगा.

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