नई दिल्ली. भारतीय सशस्त्र सेनाओं में भर्ती के लिए शुरू की गई योजना अग्निपथ स्कीम का देश के अलग अलग हिस्सों में काफी तेज विरोध भी शुरू हो गया है. खास तौर पर बिहार में इस योजना के विरोध में खूब जमकर बवाल हो रहा है. बड़ी संख्या में युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बिहार में अग्निपथ पर बवाल


सेना में सेवा के लिए अग्ननिपथ स्कीम का बिहार में छात्रों ने खूब विरोध किया. बिहार के जहानाबाद में छात्रों ने खूब जमकर बवाल काटा. जहानाबाद में छात्रों से सड़क को जाम भी कर दिया. इसके अलावा बिहार में गया, भागलपुर और बेगुसराय में भी इस योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. 


राजस्थान में भी हुआ योजना का विरोध


अग्निपथ स्कीम का विरोध बिहार के साख राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी देखनो मिला. राजस्थान में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को दिल्ली-अजमेर राजमार्ग को जाम कर दिया. इस व्यस्त राजमार्ग को जाम किए जाने से हाईवे पर दोनों तरफ घंटा भर वाहनों की लंबी कतार लगी रही. बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझा कर जाम खुलवाया.


योजना की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही जयपुर में सेना भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर दिल्ली-अजमेर राजमार्ग को जाम कर दिया और अग्निपथ योजना के खिलाफ नारेबाजी की. 


क्यों हो रहा है विरोध


मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, युवाओं का कहना है कि, सशस्त्र बलों में सिर्फ चार साल के लिए भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कोई भी दो साल से अधिक समय तक कड़ी मेहनत क्यों करेगा और वह भी कम वेतन पैकेज के लिए. 


उन्होंने कहा कि ऊपरी आयु सीमा भी 21 वर्ष निर्धारित की गई है, जो ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित लोगों के लिए कम है. सशस्त्र बलों की नौकरियों के लिए होड़ करने वाले मध्यम पारिवारिक पृष्ठभूमि के हैं, जिनमें ज्यादातर किसान हैं. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि अपनी युवावस्था के चार कीमती वर्ष बिताने के बाद, शेष 75 फीसदी अग्निवीरों के पास रोजगार की कोई गारंटी नहीं होगी.



यह भी पढ़ें: अग्निपथ योजना में जल्द शुरू होने वाली है भर्ती, बस इतने दिन रह गए बाकी


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.