India stealth fighter jet AMCA: किसी भी देश की हवाई ताकत, अब स्टील्थ फाइटर जेट पर निर्भर करती है. ऐसे में, भारत भी कहां पीछे रहने वाला है. पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाने के सपने को साकार करने के लिए, देश की कुल 7 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है. बता दें, यह लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोजेक्ट का हिस्सा होगा, जिसे भारत का अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अनुसंधान और विकास कार्यक्रम माना जा रहा है.
किन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी?
इस ऐतिहासिक परियोजना में देश की दिग्गज निजी और सरकारी कंपनियां शामिल हैं. बोली लगाने वाली कंपनियों में L&T, HAL, Adani Defence, Tata Advanced Systems Ltd और Kalyani Strategic Systems जैसी बड़ी संस्थाएं शामिल हैं. इस प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य 2030 के दशक के मध्य तक एक नया, पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान बनाना है. जो भारतीय वायु सेना का मुख्य हवाई मंच बनेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, इस महत्वाकांक्षी प्रोटोटाइप चरण के लिए 15,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जबकि अंतिम ऑर्डर लाखों करोड़ रुपये का होगा.
क्या है चयन प्रक्रिया का मॉडल?
AMCA प्रोजेक्ट एक प्रतिस्पर्धी मॉडल पर आधारित है, जिसमें स्थापित पब्लिक सेक्टर की संस्थाओं और घरेलू निजी कंपनियों के बीच मुकाबला होगा. इन बोलियों की जांच पूर्व DRDO मिसाइल वैज्ञानिक ए. शिवथानु पिल्लई की अध्यक्षता वाली एक समिति करेगी.
वहीं, बोली लगाने वाली कंपनियों को यह साबित करना होगा कि उनके पास AMCA डिजाइन को अपनाने की तकनीकी क्षमता और विकास, इंजीनियरिंग, निर्माण और परीक्षण का पर्याप्त अनुभव है. साथ ही, रक्षा मंत्रालय इस मॉडल के जरिए नवाचार को बढ़ावा देना चाहता है और साथ ही एक मजबूत घरेलू रक्षा आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना चाहता है.
AMCA की एडवांस टेक्नोलॉजी और विशेषताएं
यह नया लड़ाकू जेट अत्याधुनिक सैन्य तकनीकों से लैस होगा. इसमें एडवांस स्टील्थ फीचर्स होंगी, जो इसे दुश्मन के रडार से छिपाकर रखेंगी. साथ ही, विमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का एकीकरण और लंबी दूरी तक निशाना साधने की क्षमता शामिल होगी.
इतना ही नहीं, ये लड़ाकू विमान भविष्य में मानवरहित प्रणालियों के साथ मिलकर भी काम करने में सक्षम होंगे. ऐसे में, सीरियल उत्पादन शुरू होने से पहले, चार से पांच प्रोटोटाइप विमान बनाए जाएंगे. इसके बाद उनका गहन परीक्षण और सत्यापन किया जाएगा.
चीन-पाकिस्तान को कड़ी टक्कर
जहां पाकिस्तान चीनी लड़ाकू विमानों के भरोसे है. वहीं, चीन खुद अपने लिए पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान करीब-करीब तैयार कर चुका है. ऐसे में चीनी J-35 लड़ाकू विमान को टक्कर देने के लिए भारत का AMCA तगड़ा साबित होगा. जिसमें ब्रह्मोस NG जैसी मिसाइलें लैस होंगी. जो दुनिया की सबसे घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है.
हालांकि, AMCA के पूर्ण रूप से तैयार होने व उड़ान भरने में लगने वाले समय की भरपाई के लिए भारत रूस की ओर रूख कर रहा है. दरअसल, इंडियन एयरफोर्स ने Su-57E लड़ाकू विमान में दिलचस्पी दिखाई है. जिसे पहले बना बनाया खरीदेगी, उसके बाद भारत में ही डेवलप करने की तैयारी है. जिससे भारत के AMCA प्रोजेक्ट को भी नई ताकत मिलेगी.
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