भारतीय सेना के सामने भूलकर भी नहीं आएगा पाकिस्तान, वरना AT4 एंटी-आर्मर से देखेगा खुद की तबाही का मंजर!

भारतीय सेना ने Saab India से एडवांस्ड AT4 एंटी-आर्मर सिस्टम हासिल कर लिया है. इसके लिए खास AT4CS AST वेरिएंट को चुना गया है, जो शहरी और सीमित जगहों में लड़ाई के लिए उपयुक्त है.पहलगाम हमले के बाद भारत ने अपनी ग्राउंड फोर्सेज को और मजबूती देने के लिए यह कदम उठाया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 28, 2025, 11:05 PM IST
  • भारतीय सेना को मिला एडवांस्ड AT4 एंटी-आर्मर सिस्टम
  • पहलगाम हमले के बाद भारत ने तेज की अपनी फोर्स तैयारियां
भारतीय सेना के सामने भूलकर भी नहीं आएगा पाकिस्तान, वरना AT4 एंटी-आर्मर से देखेगा खुद की तबाही का मंजर!

पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत अपनी सैन्य क्षमता को काफी मजबूत कर रहा है. वर्तमान में सीमा पर पाकिस्तान-भारत के बीत तनाव बरकरार है. ऐसे में भारत के हाथ एक ऐसा हथियार लगा है. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना भूलकर भी सामने आने की कोशिश नहीं करेगा. बता दें, भारतीय सेना ने अपनी शॉर्ट-रेंज कॉम्बैट क्षमताओं को और मजबूत कर लिया है. Saab India ने भारतीय सशस्त्र बलों को अपना एडवांस्ड AT4 एंटी-आर्मर सिस्टम डिलीवर कर दिया है. इसके लिए खासतौर पर AT4CS AST वेरिएंट को चुना गया है, जो संकरी जगहों पर ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह डील भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के अभियान में एक और बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.

Saab ने इंडियन आर्मी को दिया AT4 सिस्टम
भारतीय सेना ने अपनी शॉर्ट-रेंज कॉम्बैट क्षमताओं को बढ़ाने के लिए Saab India से एडवांस्ड AT4 एंटी-आर्मर सिस्टम प्राप्त कर लिया है. यह सिस्टम एक कॉम्पिटिटिव सेलेक्शन प्रक्रिया के बाद चुना गया है, जिसमें कई अन्य विकल्पों पर विचार किया गया था.

Saab India ने बताया कि उन्होंने भारतीय सेना को AT4CS AST वेरिएंट डिलीवर किया है, जो कंफाइंड स्पेस ऑपरेशन्स के लिए डिजाइन किया गया है. इस वेरिएंट की मदद से सैनिक बिल्डिंग्स, बंकरों और जटिल इलाकों से भी सटीक हमला कर सकते हैं. जो सीमा पार आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने में मददगार साबित होंगे.

क्या है AT4 एंटी-आर्मर सिस्टम की खासियत?
AT4 सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत है कि यह काफी हल्का है. साथ ही, यह एक डिस्पोजेबल और सिंगल-शॉट एंटी-आर्मर हथियार है, जो शॉर्ट-रेंज कॉम्बैट के लिए बेस्ट माना जाता है. इसका वजन कम होने के कारण सैनिक इसे आसानी से कैरी कर सकते हैं और जल्दी से ऑपरेशन में इस्तेमाल कर सकते हैं.

AT4CS AST वेरिएंट को खासतौर पर इस तरह डिजाइन किया गया है कि सैनिक सीमित जगहों जैसे बिल्डिंग्स या तंग गलियों से भी इसका सुरक्षित इस्तेमाल कर सकें. इसकी सटीकता और उच्च फायरपावर ने इसे अन्य प्रणालियों पर वरीयता दिलाई है.

बता दें, इसमें पहले से लोडेड रॉकेट और आसान ऑप्टिकल साइट लगी होती है, जिससे सैनिक तेजी से निशाना साधकर फायर कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल बेहद सरल है.  जिसका सीधा मतलब है ‘टारगेट सेट एंड फायर’ जिससे इसे युद्ध के तनावपूर्ण हालात में भी प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है.

यह सिस्टम लगभग 200 मीटर तक के लक्ष्य पर सटीक हमला कर सकता है और हल्के से मध्यम स्तर के बख्तरबंद लक्ष्यों को नष्ट करने में बेहद असरदार साबित होता है. इसका हल्का वजन, त्वरित तैनाती और उच्च विश्वसनीयता इसे आधुनिक शॉर्ट-रेंज लड़ाइयों में भारतीय सेना के लिए एक बेहद मूल्यवान हथियार बनाते हैं.

 

किन इलाकों में साबित होगा कारगर?
AT4 सिस्टम खासतौर पर शहरी युद्ध, सीमावर्ती इलाकों और बंकर युक्त इलाकों में बेहद कारगर साबित होगा. इस सिस्टम की मदद से भारतीय सैनिक अब, भीड़भाड़ वाले इलाकों या दुश्मन के फॉर्टिफाइड पोजिशन पर भी तेज और सटीक हमला कर पाएंगे.

सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां टैंक और आर्मर्ड व्हीकल्स का इस्तेमाल होता है, वहां भी AT4 से दुश्मन की चालों को नाकाम करना आसान हो जाएगा. इससे सैनिकों को ज्यादा ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी और दुश्मन पर त्वरित प्रतिक्रिया संभव होगी.

ऐसे में भारतीय सैनिकों को जम्मू-कश्मीर में भी आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने में मदद मिलेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, कश्मीर के कुछ इलाकों में आतंकियों ने हाइडआउट बना रखा है. जहां पर इस हथियार की उपयोगिता साबित होगी.

पहलगाम हमले के बाद बढ़ रही सैन्य क्षमता
22 अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी सैन्य तैयारियों को और तेज कर दिया है. इस हमले के बाद ग्राउंड फोर्सेज की ताकत बढ़ाने के लिए कई नए एडवांस्ड सिस्टम्स को शामिल किया जा रहा है.

AT4 सिस्टम की तैनाती इसी रणनीति का हिस्सा है, जिससे सेना को पाकिस्तान के मुकाबले नजदीकी लड़ाइयों में बढ़त मिल सके. Saab के अधिकारियों ने भी कहा है कि यह डिलीवरी भारत की डिफेंस क्षमताओं को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है और आगे और भी सहयोग बढ़ने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें- भारत के डिफेंस सिस्टम से दुम दबाकर भागा पाकिस्तानी फाइटर जेट, 1,500 किमी दूर जाकर हुआ अंडरग्राउंड!

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

 

ट्रेंडिंग न्यूज़